शिमला। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने खनन को लेकर पूर्व भाजपा सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने आपदा के कारण ब्यास बेसिन में बंद किए गए स्टोन क्रशर में बड़े घोटाला होने की बात कही है और इस मामले में भाजपा पर 5 साल आंख मूंद कर काम करने का भी आरोप लगाया है.
मुख्यमंत्री सुक्खू ने सोमवार (20 नवंबर) को पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि मौजूदा समय में ब्यास बेसिन पर करीब 131 स्टोन क्रशर बंद पड़े हैं, जिनकी वैधता जानने के लिए गठित कमेटी ने अपनी रिपोर्ट दे दी है और 50 क्रशरों को शर्तों के साथ संचालित करने की सिफारिश की है, जिनको लेकर सरकार सिंगल विंडो मीटिंग के माध्यम से शीघ्र निर्णय लेने वाली हैं. उन्होंने कहा कि 63 क्रशर ऐसे हैं, जिनके पास वैध लीज तक नहीं है। क्रशर चलाने के लिए जेनरेटर सेट का प्रयोग किया जा रहा है और सरकार को रॉयलिटी नहीं मिल रही है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकार ने नियमों के खिलाफ काम किया और इसमें बड़ा घोटाला सामने आएगा. राज्य सरकार सभी पहलुओं को देख रही और पूरे हिमाचल में स्टोन क्रेशर की वैधता को लेकर जांच के उद्योग विभाग को निर्देश दिए गए हैं, जो क्रशर औपचारिकताएं पूरी करेंगे, उनको ही बहाल किया जायेगा अन्य की उद्योग विभाग जांच करेगा और उसके बाद ही सरकार आगामी निर्णय लेगी.