शिमला। हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद प्रतिभा सिंह ने प्रदेश के जनजातीय सीमावर्ती इलाकों में खाली पड़ी सरकारी जमीन वहां के स्थाई निवासियों को 9 तोड़ बहाल करने की बात कही है. उन्होंने कहा है कि इस निर्णय से एक ओर जहां जनजातीय क्षेत्रों में खाली पड़ी इस जमीन का पूरा सदपयोग हो पायेगा वही दूसरी ओर अन्य देश के किसी भी अतिक्रमण का डर नहीं रहेगा.
प्रतिभा सिंह ने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों किन्नौर, लाहुलस्पिति व चंबा जिला के भरमौर व पांगी के सीमावर्ती ऐसे कई क्षेत्र है जहां हजारों बीघा जमीन खाली पड़ी है. उन्होंने कहा कि कुछ जगहों में तो पिछले कई सालों से यहां के लोग अस्थाई तौर पर अपनी खेतीबाड़ी भी कर रहें है. उन्होंने कहा कि अगर 9 तोड़ प्रदान कर दिए जाते है तो उनकी खेतीबाड़ी के साथ-साथ उन क्षेत्रों में बागवानी को भी बढ़वा मिलेगा. प्राकृतिक जड़ीबूटियों का भी दोहन हो सकेगा.
उन्होंने कहा कि गत दिनों जनजातीय क्षेत्रों के दौरे के दौरान वहां के लोगों ने 9 तोड़ बहाली की मांग उनके समक्ष रखी थी और इस बाबत उन्होंने एक पत्र मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू को भी लिखा था.
प्रतिभा सिंह ने राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी के उस बयान पर जिसमें उन्होंने कहा है कि उन्होंने राज्यपाल से सीमावर्ती जनजातीय क्षेत्रो में लोगों को 9 तोड़ भूमि प्रदान करने की अनुमति मांगी है, का पुरजोर समर्थन करते हुए राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से जल्द मंजूरी प्रदान करने का आग्रह किया है, जिससे जनजातीय क्षेत्र के लोगों की चिरकाल से चली आ रही मांग पूरी हो सकें और सीमावर्ती क्षेत्रों की सुरक्षा में भी स्थानीय लोगों का बल मिल सकें.