पीएम मोदी ने दूसरे वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा हमने जनवरी में पहली बार वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ का आयोजन किया। मैं उस ऐतिहासिक क्षण को नहीं भूल सकता जब भारत के प्रयासों से अफ़्रीकी संघ को G20 की स्थायी सदस्यता मिली थी। उन्होंने ने कहा कि नई तकनीक से ग्लोबल नॉर्थ और ग्लोबल साउथ के बीच अंतर नहीं बढ़ना चाहिए। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के दौर में यह जरूरी है कि टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल जिम्मेदारी से किया जाए। इसे और बढ़ावा देने के लिए अगले महीने भारत ग्लोबल पार्टनरशिप समिट का आयोजन करेगा।