भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक बार फिर भारत और कनाडा विवाद पर भारत का पक्ष स्पष्ट किया है. उन्होंने कनाडाई प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो के आरोपों का जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि कनाडाई सरकार को अलगावादी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत की संलिप्तता का सबूत पेश करना चाहिए. विदेश मंत्री ने कहा कि कनाडाई प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो को अपने दावों के समर्थन में सबूत पेश करना चाहिए.
15 नवंबर को पत्रकार लियोनेल बार्बर से बातचीत के दौरान जयशंकर ने इस बात पर जोर दिया है. उन्होंने कहा कि किसी आरोप के समर्थन में विश्वसनीय साक्ष्य होना चाहिए. यह महत्वपूर्ण है. विदेश मंत्री से पत्रकार ने पूछा कि क्या कनाडा ने हत्या में भारत सरकार की संलिप्तता का कोई सबूत है. विदेश मंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि कोई नहीं.जयशंकर ने ट्रूडो के आरोपों के बारे में कई खुलासे भी किये. उन्होंने कहा कि कनाडाई विदेश मंत्री मेलानी जोली के साथ इस मामले में बात हुई है. जयशंकर ने कहा कि उन्होंने कनाडाई सरकार से उनके पास मौजूद कोई भी सबूत साझा करने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि भारत निश्चित रूप से जांच में सहयोग करना चाहता है.
हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि जांच के लिए जरूरी है कि सबूत उपलब्ध कराये जायें. जयशंकर ने कहा अब तक कोई सबूत उपलब्ध नहीं कराया गया है. उन्होंने कहा कि हम फैसला नहीं कर रहे हैं. कनाडा में जांच की जा रही है और वे जो भी सबूत देंगे उसपर गौर करेंगे. उन्होंने अबतक कोई सबूत नहीं दिया है.
जयशंकर ने कनाडाई राजनीति में अलगावादी की वकालत करने वाले हिंसक और चरम राजनीतिक विचारों के व्यापक मुद्दे को संबोधित किया. विदेश मंत्री ने कहा कि हम महसूस करते है कि कनाडा राजनीति ने हिंसक और अतिवादी राजनीतिक विचारों को जगह दी है. ये राजनीतिक धारायें जो भारत में हिंसक तरीकों से अलगाववाद की वकालत करते हैं. इन लोगों को कनाडाई राजनीति में जगह मिल रही है.