गाजा पट्टी पर शिफा हॉस्पिटल में इजरायली सेना का हमास आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन जारी है. इस बीच आइडीएफ बार-बार शिफा अस्पताल में छुपे हमास आतंकियों से सरेंडर के लिए कह रही है, लेकिन हमास आतंकि इसके लिए तैयार नहीं हैं. वहीं दूसरी तरफ फिलिस्तीन ने अंतरराष्ट्रीय समुदायों को एक पत्र लिखकर इजरायली सेना द्वारा अस्पताल पर चलाए जा रहे ऑपरेशन को तत्काल रोकवाने की मांग की है.
फिलिस्तीन के विदेश मंत्रालय ने अल-शिफा अस्पताल को इजरायली सेना द्वारा खाली कराए जाने के अभियान की निंदा की है. साथ ही अन्य अस्पतालों में ऐसी संभावित गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदायों से तत्काल हस्तक्षेप की अपील की है. फिलिस्तीन का कहना है कि अस्पतालों में आम नागरिकों की रक्षा की जाए.
इजरायल रक्षा बलों का कहना है, “आईडीएफ बल खुफिया सूचना और एक परिचालन आवश्यकता के आधार पर शिफा अस्पताल में एक निर्दिष्ट क्षेत्र में हमास के खिलाफ एक सटीक और लक्षित अभियान चला रहे हैं. आईडीएफ का कहना है कि हमास को हराने और बंधकों को बचाने लिए गाजा में एक जमीनी अभियान चलाया जा रहा है. आइडीएफ ने कहा है कि मरीजों के लिए उसने अस्पताल में इनक्यूबेटर, शिशु आहार और चिकित्सा आपूर्ति सफलतापूर्वक पहुंचाया है. इजरायल की मेडिकल टीम और अरबी भाषी सैनिक यह सुनिश्चित करने के लिए जमीन पर हैं कि ये आपूर्ति जरूरतमंदों तक पहुंचे. इजरायली सेना ने एक्स पर पोस्ट के माध्यम से यह जानकारी दी है.
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि हमास नागरिकों के नुकसान पहुंचाने के लिए सब कुछ कर रहा है. इजरायल गाजा में नागरिकों को मानवीय गलियारे और सुरक्षित क्षेत्र प्रदान करता है, हमास उन्हें बंदूक की नोक पर जाने से रोकता है. यह हमास है, इजराइल नहीं जिसे दोहरे युद्ध अपराध करने के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए. नागरिकों के पीछे छिपकर नागरिकों को निशाना बनाना हमास का काम है. सभ्यता की ताकतों को हमास की बर्बरता को हराने में इजरायल का समर्थन करना चाहिए.