साउथ अफ्रीका ने अफगानिस्तान के खिलाफ मैच में पांच विकेट से जीत हासिल की. 10 नवंबर को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में अफगानिस्तान ने साउथ अफ्रीका को जीत के लिए 245 रनों का टारगेट दिया था, जिसे उसने 15 गेंद बाकी रहते हासिल कर लिया. साउथ अफ्रीकी टीम की जीत के हीरो रस्सी वैन डर डुसेन रहे.
डुसेन ने 6 चौके और एक सिक्स की मदद से 95 गेंदों पर नाबाद 75 रन बनाए. एंडिले फेहलुक्वायो ने भी 37 गेंदों पर नाबाद 39 रनों की पारी खेली, जिसमें तीन छक्के और एक चौका शामिल रहा. फेहलुक्वायो और डुसेन ने 65 रनों की अटूट साझेदारी की. विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डिकॉक ने भी शीर्ष क्रम में 41 रनों का उपयोगी योगदान दिया. अफगानिस्तान की ओर से राशिद खान और मोहम्मद नबी को दो-दो सफलताएं हासिल हुईं.
इस हार के साथ ही अफगानिस्तान का मौजूदा वर्ल्ड कप में सफर समाप्त हो गया. अफगानिस्तान को सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीदों को जिंदा रखने के लिए साउथ अफ्रीका के खिलाफ 438 रनों के अंतर से जीत हासिल करने की जरूरत थी, जो नामुमकिन सा था. अब चौथे सेमीफाइनलिस्ट के लिए न्यूजीलैंड और पाकिस्तान में रेस है. हालांकि चौथे सेमीफाइनलिस्ट के लिए न्यूजीलैंड की दावेदारी मजबूत नजर आ रही है.
यदि पाकिस्तान को सेमीफाइनल में एंट्री करनी है तो उसे 11 नंवबर को इंग्लैंड के खिलाफ 287 रनों के अंतर से मैच जीतना होगा. दूसरा ऑप्शन यह भी है कि यदि इंग्लैंड के खिलाफ पाकिस्तान टीम टारगेट चेज करती है, तो उसे 284 गेंद बाकी रहते हुए मुकाबला जीतना होगा. ऐसा करना किसी चमत्कार से कम नहीं होगा. ऐसे में दोनों ही मामलों में पाकिस्तान को अब ‘कुदरत के निजाम’ का ही सहारा मान सकते हैं. यदि पाकिस्तान ऐसा नहीं कर पाता है तो न्यूजीलैंड सेमीफाइनल में चला जाएगा. भारत, साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया पहले ही सेमीफाइनल में अपना स्थान पक्का कर चुके हैं.
साउथ अफ्रीका की पारी की हाइलाट्स: (247/5, 47.3 ओवर्स)
पहला विकेट: टेम्बा बावुमा (23) आउट मुजीब उर रहमान, 64/1
दूसरा विकेट: क्विंटन डिकॉक (41) आउट मोहम्मद नबी, 66/2
तीसरा विकेट: एडेन मार्करम (25) आउट राशिद खान, 116/3
चौथा विकेट: हेनरिक क्लासेन (10) आउट राशिद खान, 139/4
पांचवां विकेट: डेविड मिलर (24) आउट मोहम्मद नबी, 182/5
इसससे पहले टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी अफगानी टीम की शुरुआत अच्छी रही और उसने 40 रनों के स्कोर तक कोई विकेट नहीं खोया था. शुरुआती पावरप्ले में रहमानुल्लाह गुरबाज और इब्राहिम जादरान ने कुछ अच्छे शॉट्स खेले. अफ्रीका को पहली सफलता केशव महाराज ने दिलाई, जिन्होंने गुरबाज को भेजा.
गुरबाज के बाद अफगानिस्तान ने दो और विकेट कम अंतराल में ही गंवा दिए. 45 रनों पर तीसरा विकेट गिरने के बाद रहमत शाह और अजमतुल्लाह उमरजई ने 49 रनों की साझेदारी करके पारी को संभाला. रहमत को लुंगी एनिगडी ने चलता किया. यहां से अफगानिस्तान को उमरजई से बड़ी पारी की दरकार थी.
उमरजई ने अफगानी फैन्स को निराश नहीं किया और तूफानी पारी खेलकर अपनी टीम को 244 रनों के स्कोर तक पहुंचाने में मदद की. उमरजई ने 107 गेंदों का सामना करते हुए नाबाद 97 रन बनाए, जिसमें तीन छक्के और सात चौके शामिल रहे. इसके अलावा रहमत शाह और नूर अहमद ने 26-26 रनों का योगदान दिया. साउथ अफ्रीका के लिए गेराल्ड कोएत्जी ने सबसे ज्यादा चार विकेट लिए.
अफगानिस्तान की पारी की हाइलाइट्स (244/10, 50 ओवर्स)
पहला विकेट: रहमानुल्लाह गुरबाज (25) आउट केशव महाराज, 41/1
दूसरा विकेट: इब्राहिम जादरान (15) आउट गेराल्ड कोएत्जी, 41/2
तीसरा विकेट: हशमतुल्लाह शाहिदी (2) आउट केशव महाराज, 45/3
चौथा विकेट: रहमत शाह (26) आउट लुंगी एनिगिडी, 94/4
पांचवां विकेट: इकराम अलीखिल (12) आउट गेराल्ड कोएत्जी, 112/5
छठा विकेट: मोहम्मद नबी (2) आउट लुंगी एनिगिडी, 116/6
सातवां विकेट: राशिद खान (14) आउट एंडिले फेहलुक्वायो, 160/7
आठवां विकेट: नूर अहमद (26) आउट गेराल्ड कोएत्जी, 204/8
नौवां विकेट: मुजीब उर रहमान (8) आउट गेराल्ड कोएत्जी, 226/9
दसवां विकेट: नवीन उल हक (2) रनआउट कगिसो रबाडा, 244/10
इस मैच से पहले साउथ अफ्रीका और अफगानिस्तान के बीच वनडे फॉर्मेट में सिर्फ एक मुकाबला खेला गया था. साल 2019 के वर्ल्ड कप में हुए उस मैच में साउथ अफ्रीका ने अफगानिस्तान को नौ विकेट से हरा दिया था. तब अफगानिस्तान की टीम महज 125 रनों पर आउट हो गई थी और साउथ अफ्रीका ने 28.4 ओवर्स में ही टारगेट हासिल कर लिया था.
साउथ अफ्रीका की संभावित प्लेइंग-11: टेम्बा बावुमा (कप्तान), क्विंटन डिकॉक (विकेटकीपर), रस्सी वैन डेर डुसेन, एडेन मार्करम, हेनरिक क्लासेन, डेविड मिलर, एंडिले फेहलुक्वायो, केशव महाराज, कगिसो रबाडा, गेराल्ड कोएत्जी, लुंगी एनगिडी.
अफगानिस्तान की संभावित प्लेइंग-11: रहमानुल्लाह गुरबाज, इब्राहिम जादरान, रहमत शाह, हशमतुल्लाह शाहिदी (कप्तान), अजमतुल्लाह उमरजई, मोहम्मद नबी, राशिद खान, इकराम अलीखिल (विकेटकीपर), मुजीब उर रहमान, नूर अहमद, नवीन उल हक.