भारत के दुश्मनों का खात्मा होने का सिलसिला जारी है. तीन महीनों में तीन दुश्मन मारे जा चुके हैं. बता दें, लश्कर-ए-तैयबा के पूर्व नेता अकरम खान की गुरुवार को अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी है.
बताया जा रहा है कि अकरम खान उर्फ अकरम गाजी की पाकिस्तान के बाजौर में अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी. आतंकी अकरम गाजी ने साल 2018 से 2020 तक लश्कर भर्ती सेल का नेतृत्व किया था. साथ ही वह पाकिस्तान में अपने भारत विरोधी भाषणों के लिए जाना जाता था.
अकरम लश्कर-ए-तैयबा का एक जाना-माना नाम है. वह लंबे समय से चरमपंथी गतिविधियों में शामिल था. साथ ही उसने लश्कर भर्ती सेल का नेतृत्व किया था. वह चरमपंथी हितों के प्रति सहानुभूति रखने वाले व्यक्तियों की पहचान करता था और उन्हें भर्ती करने में एक जिम्मेदार भूमिका निभाता था.
इसी साल अक्टूबर में पठानकोट हमले के मास्टरमाइंड शाहिद लतीफ की पाकिस्तान में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. लतीफ पाकिस्तान के गुजरांवाला शहर से भारत के सबसे वांछित आतंकवादियों में से एक था और 2016 में पठानकोट वायु सेना स्टेशन में घुसने वाले चार आतंकवादियों का हैंडलर था.
इससे पहले सितंबर में, अज्ञात बंदूकधारियों ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के रावलकोट में अल-कुदुस मस्जिद के अंदर लश्कर-ए-तैयबा के एक शीर्ष आतंकवादी कमांडर की गोली मारकर हत्या कर दी थी. आतंकवादी की पहचान रियाज अहमद उर्फ अबू कासिम के रूप में हुई थी. रियाज अहमद कोटली से नमाज अदा करने आए थे, तभी उनके सिर में नजदीक से गोली मार दी गई.