हिमाचल प्रदेश में आखिर कितने तेंदुए है, इसका पता अब जल्द ही चलेगा। नवंबर के अंत में या फिर दिसंबर महीने में प्रदेश में तेंदुए की गणना पर कार्य शुरू हो जाएगा। वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के माध्यम से तेंदुए की गणना के कार्य को अंजाम दिया जाएगा। इसके लिए किसी एजेंसी को हायर किया जा सकता है, जो कि तेंदुए की संख्या का सर्वेक्षण करेगी। तेंदुए की गणना के लिए संबंधित एजेंसी अपने तरीके से कार्रवाई करेगी। सीसीटीवी या अन्य उपकरणों की मदद से सर्वेक्षण कार्य को अंजाम दिया जा सकता है। पहली बार हिमाचल में तेंदुओं की गिनती होने जा रही है। हालांकि उम्मीद लगाई जा रही है कि प्रदेश में तेंदुए की संख्या काफी बढ़ गई होगी क्योंकि पहाड़ी से लेकर मैदानी क्षेत्रों में तेंदुए की मूवमेंट देखी गई है।
वाइल्ड लाइफ हमीरपुर के डीएफओ रिगनोल्ड रॉयस्टन ने बताया कि प्रदेश में तेंदुए की गणना की जाएगी। इसके लिए वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की तरफ से एजेंसी से सर्वे करवाया जाएगा। सर्वे पूरा होने के बाद पता चलेगा कि प्रदेश में कितने तेंदुए है।
प्रदेश में पहले स्नो लैपर्ड की गणना हुई है। राज्य वन विभाग के वन्य प्राणी प्रभाग ने प्रकृति संरक्षण फाउंडेशन बंगलूरू के सहयोग से हिम तेंदुओं की गणना की गई थी। उस गणना में पता चला था कि हिमाचल में 73 स्नो लैपर्ड है। पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के स्नो लैपर्ड पॉपुलेशन असेस्मेंट इन इंडिया के प्रोटोकोल के आधार पर बर्फानी तेंदुए का आकलन किया था।