एनएचपीसी-2 से हिमाचल प्रदेश को बिजली उत्पादन का 13 प्रतिशत हिस्सा देगी. पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू में एनएचपीसी का एक और प्रोजेक्ट में बिजली उत्पादन होगा. बस एक साल बाद एनएचपीसी चरण-2 परियोजना के पांच में से प्रोजेक्ट के 2 एडिट में भी विद्युत उत्पादन शुरू होगा. टनल का बोरिंग कार्य पूरा हो गया है. टनल के 2नों छोर मिल गए है. बस अब टनल का लाइनिंग का कार्य ही बाकी रह गया है. यह कार्य अगले साल पूरा होगा और सितंबर 2024 में बिजली उत्पादन शुरू होगा.
इस प्रोजेक्ट की शुरू में लागत 4000 करोड़ थी. इस प्रोजेक्ट का कार्य पूरा करने का लक्ष्य 2007 था, लेकिन टनल में पानी रिसाब और डेढ़ किलोमीटर टनल में मलबा गिरने से प्रोजेक्ट प्रबंधन का कार्य बढ़ गया. ऐसे में इसकी निर्माण लागत 11 हजार 134 करोड़ तक पहुंची है. शुरू की लागत से इसकी निर्माण की लागत सात हजार करोड़ बढ़ी है. वहीं, 11 हजार 134 करोड़ से टनल का कार्य पूरा हो गया है. यह परियोजना 800 मेगावाट की है. 90 प्रतिशत पानी की निर्भरता के साथ 90 प्रतिशत पानी की निर्भरता के साथ इसकी डिजाइन ऊर्जा 3124.6 मिलियन यूनिट होगी. -एचडीएम
पार्वती जल विद्युत परियोजना-2 के कार्यपालक निदेशक निर्मल सिंह ने बताया कि हेड रेस टनल का कार्य कड़ी चुनौती के साथ पूरा हो गया है. सितंबर 2024 तक बिजली उत्पादन शुरू होगा. टनल पूरी तरह से सुरक्षित है. कार्यपालक निदेशक ने टनल का निरीक्षण
भी किया.
परियोजना प्रबंधन ने शीला में टनल का कार्य पूरा होने पर धाम का आयोजन किया है. इसमें परियोजना के कार्यपालक निदेशक सहित सभी अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे है. इस दौरान निदेशक ने सभी अधिकारी, कर्मचारी व मजदूरों को बधाई दी है.