इजरायल और हमास के बीच खतरनाक संघर्ष जारी है। इजरायल लगातार गाजा पर जोरदार प्रहार कर रहा है। 7 नवंबर को एक महीना पूरा हो गया है। एक महीने पहले 7 अक्टूबर को हमास ने तीन ओर से इजरायल पर कड़ा प्रहार किया था और मौत का तांडव मचाया था। इसके बाद इजरायल ने पलटवार करते हुए गाजा पर ताबड़तोड़ हमले किए। हमास की कमर तोड़ने के लिए इजरायल पर ये हमले एक महीने बाद भी लगातार जारी हैं। इस वजह से गाजा में बड़ी संख्या में निर्दोष नागरिकों की जान जा रही है। वहीं हमास सुरंगों में छिपकर बैठे हैं। इन सुरंगों को अस्पतालों और आम रिहाइशी इलाकों में बनाया गया है, जिससे कि हमले न किए जा सकें। इसी बीच लगातार निर्दोष नागरिकों की गाजा में मौतों को देखते हुए इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इजरायल हमास जंग रोकने को लेकर बड़ा ऐलान किया है।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने जंग को रोकने को लेकर बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि गाजा में हो रहा इजरायल हमास युद्ध केवल ‘थोड़े-थोड़े समय के लिए रोका जा सकता है। लेकनि संघर्ष विराम नहीं होगा’। गाजा में जारी युद्ध को ‘मानवीय आधार पर थोड़े समय के लिए रोके जाने’ को लेकर अमेरिका के बढ़ते दबाव के बीच इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने यह ऐलान किया है। नेतन्याहू ने कहा है कि उनकी सरकार हमास पर जारी अपने हमलों को केवल ‘थोड़ी-थोड़ी देर के लिए रोक’ सकती है।
गाजा पर जारी इजरायल के हमलों में आम नागरिकों की मौत के लगातार बढ़ते मामलों के कारण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचना का शिकार हो रहे इजरायली नेता की यह घोषणा वैश्विक स्तर पर अपने सबसे मुखर समर्थक अमेरिका को संतुष्ट करने की कोशिश प्रतीत होती है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने नेतन्याहू से बातचीत के दौरान अपील की थी कि मानवीय मदद की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए गाजा में जारी इजरायली हमलों को कुछ देर के लिए रोका जाए। अब तक अमेरिका का ध्यान लड़ाई को व्यापक क्षेत्रीय युद्ध में बदलने से रोकने और आम नागरिकों की पीड़ा को कम करने के लिए सीमित कदम उठाने का दबाव बनाने पर केंद्रित है, लेकिन वह गाजा पर हमास का नियंत्रण समाप्त करने के इजरायल के लक्ष्य का समर्थन कर रहा है।
हमास शासित स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि गाजा में मृतकों की संख्या बढ़कर करीब 10 हजार हो गई है। बाइडन ने पिछले आठ दिन में नेतन्याहू के साथ अपनी पहली बातचीत में युद्ध में ‘मानवीय अल्प विराम’ की अपनी अपील दोहराई, ताकि आम नागरिकों को हमास को कुचलने के मकसद से जारी इजरायली हमलों से बचकर सुरक्षित स्थानों पर जाने का मौका मिल सके और जरूरतमंद हजारों आमजन को मानवीय मदद की आपूर्ति की जा सके। अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने नेतन्याहू और बाइडन के बीच बातचीत का जिक्र करते हुए कहा, ‘हमारा मानना है कि यह वार्ता का अंत नहीं अपितु शुरुआत है। तो आप उम्मीद कर सकते हैं कि हम युद्ध में अस्थायी, स्थानीय स्तर के अल्प विरामों की वकालत करना जारी रखेंगे।’
इसके कुछ घंटों बाद नेतन्याहू ने ‘एबीसी न्यूज’ से साक्षात्कार के दौरान व्यापक संघर्ष विराम की संभावना को खारिज कर दिया, लेकिन कहा कि वह ‘‘थोड़ी-थोड़ी देर के लिए हमले रोकने’’ का विकल्प अपना सकते हैं। बहरहाल, यह स्पष्ट नहीं है कि क्या इसके लेकर कोई सहमति बनी है या इस इजरायली प्रतिबद्धता की गुंजाइश के जरिए अमेरिका को संतुष्ट किया गया है। मानवीय अल्प विराम की बाइडन की अपील के बारे में पूछे जाने पर नेतन्याहू ने कहा, ‘‘गाजा में बंधकों की रिहाई के बिना कोई संघर्षविराम नहीं होगा। जहां तक कहीं-कहीं एक-एक घंटे के लिए रणनीतिक अल्प विराम की बात है, तो हमने पहले भी ऐसा किया है। मुझे लगता है कि हम मानवीय जरूरत की वस्तुओं की आपूर्ति या बंधकों को वहां से निकलने के लिए सक्षम बनाने संबंधी परिस्थितियों पर गौर कर रहे हैं। मुझे नहीं लगता कि सामान्य संघर्ष विराम लागू होगा।’’
इससे पहले, अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने मानवीय पहलों संबंधी बाइडन प्रशासन के प्रस्ताव को लेकर समर्थन जुटाने के लिए इजरायल, जॉर्डन, कब्जे वाले वेस्ट बैंक, साइप्रस, इराक और तुर्की का दौरा किया। ब्लिंकन ने तुर्की की राजधानी अंकारा में विदेश मंत्री हकान फिदान से मुलाकात के बाद अपना दौरा समाप्त किया। तुर्की में विदेश मंत्रालय के बाहर एक इस्लामी समूह के दर्जनों प्रदर्शनकारियों ने उस समय तुर्की और फलस्तीनी झंडे लेकर विरोध प्रदर्शन किया, जब ब्लिंकन और फिदान के बीच बैठक जारी थी। प्रदर्शनकारियों ने अमेरिका और इजरायल के खिलाफ नारेबाजी की।
इस बीच, इजरायल ने गाजा में अपनी सैन्य कार्रवाई तेज कर दी है। इजरायली सैनिकों के सोमवार या मंगलवार को शहर में प्रवेश करने की संभावना है। इजरायली हमले में गाजा में आम नागरिकों की बढ़ती संख्या के बीच अरब एवं मुस्लिम देशों ने तत्काल संघर्षविराम का आह्वान किया है, जिसे इजरायल ने नकार दिया है। इससे पहले, ब्लिंकन ने रविवार को वेस्ट बैंक में फलस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास को आश्वस्त करने की कोशिश की कि अमेरिकी प्रशासन गाजा के नागरिकों की स्थिति में सुधार लाने के प्रयास तेज कर रहा है और उन्होंने जोर दिया कि संघर्ष के बाद क्षेत्र में जो भी होगा, उसमें फलस्तीनियों की मुख्य भूमिका होनी चाहिए। बाद में ब्लिंकन इराक के प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी के साथ बातचीत करने के लिए बगदाद रवाना हुए।