केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की संयुक्त सचिव एवं आर्थिक सलाहकार ए सृजा अपने चार सदस्य दल के साथ इन दिनों हिमाचल प्रदेश के दौरे पर हैं। इस दौरान दस दिनों तक प्रदेश के विभिन्न जिलों का दौरा करके शिक्षा के क्षेत्र में केंद्र सरकार की ओर से जो योजनाएं प्रदेश के सरकारी स्कूलों में चलाई जा रही हैं, उनका रिकार्ड जांचा जाएगा। स्कूलों में बच्चों व स्टाफ से रू-ब-रू होकर फीडबैक ली जाएगी, जिसका एक मसौदा तैयार करके भारत सरकार को सौंपा जाएगा। इसी के आधार पर शिक्षा के क्षेत्र में विभिन्न स्कीमों के लिए आगामी समय में बजट जारी होगा। इस संदर्भ में कुल्लू जिला मुख्यालय के बचत भवन में रिव्यू मीटिंग का आयोजन किया गया, जिसमें समग्र शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशक राजेश शर्मा ने प्रदेश में केंद्र सरकार की ओर से क्रियान्वित की जा रही योजना के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर शिक्षा विभाग कुल्लू उच्च के उपनिदेशक शांति लाल शर्मा और प्रारंभिक शिक्षा विभाग के उपनिदेशक सुरजीत राव डाइट मंडी के जिला परियोजना अधिकारी सुरेंद्र शर्मा सहित विभिन्न शिक्षा खंडों से अधिकारियों ने भाग लिया।
इसके बाद जनजातीय जिला लाहुल-स्पीति के लिए केंद्रीय दल की टीम रवाना हुई। वहां पर शिक्षा के क्षेत्र में जनजातीय क्षेत्र में बच्चों को किस तरह से शिक्षा प्रदान की जा रही है। इसके अलावा विभिन्न केंद्रीय योजनाओं का किस तरह से धरातल में क्रियान्वयन किया जा रहा है। इस बारे में फीडबैक ली जाएगी, जिसमें चाहे बात मिड-डे मील की हो, सार्वजनिक शौचालय के निर्माण की हो, समग्र शिक्षा अभियान के अलावा अन्य केंद्रीय वित्तपोष के तहत योजना चलाई जा रही है, उनकी फीडबैक ली जाएगी। अधिकारियों द्वारा पावर प्वाइंट के माध्यम से अपनी अपनी प्रस्तुति पेश की गई, जिसमें सभी ने भौगोलिक परिस्थितियों का हवाला देते हुए पेश आ रही समस्याओं से भी रू-ब-रू करवाया। स्कूल हैल्थ प्रोग्राम बारें भी विस्तृत चर्चा करते हुए सभी अधिकारियों ने अपनी अपनी फीड बैक दी। इस दौरान स्टेट प्लानिंग कॉआर्डिनेटर सुनील शर्मा, सुरेंद्र शर्मा, श्रीकला वेणूगोपाल, विवेक वर्मा, अब्दूल मोमिन समेत बीइइओ, डाइट कुल्लू का भी स्टाफ मौजूद रहा।