अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल धर्मशाला में लगातार अवार्ड विनिंग फिल्मों को प्रदर्शित किया जा रहा है. तीसरे दिन की शुरुआत भी बेहतरीन रही है. डीआईएफएफ महोत्सव के निदेशकों के साथ फिल्म निर्माताओं के एक समूह ने तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा से विशेष मुलाकात की है. समूह के सदस्यों में ऑस्कर विजेता निर्माता गुनीत मोंगा कपूर, देवाशीष मखीजा और आनंद पटवर्धन सहित अन्य शामिल रहे. इसके साथ ही धर्मशाला अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के तीसरे दिन भी तिब्बती चिल्ड्रन विलेज टीसीवी में बड़ी संख्या में निर्माता व दर्शकों के पहुंचने का सिलसिला जारी रहा. इसमें नौ फीचर फिल्में, छह फीचर डॉक्यूमेंट्री और दो पैनल चर्चाएं तीसरे दिन का मुख्य आकर्षण रहें. बहुप्रतीक्षित व्हाइल वी वॉच्ड (विनय शुक्ला) ने दिन की शुरुआत लगभग फुलहाउस से हुई. साहसिक पत्रकारिता की भावनात्मक और ठोस चुनौतियों पर प्रकाश डालते हुए, इस वृत्तचित्र ने भारतीय मीडिया में एक स्थायी आवाज रवीश कुमार के जीवन और काम में एक संवेदनशील चित्र दिखाया. द लोटस एंड द स्वान (निर्मल चंदर), एक पहले कभी नहीं देखी गई जीवनी भारत में मिट्टी के बर्तनों, कला और शिल्प के चैंपियन गुरचरण सिंह का अनुसरण किया गय.
इसके बाद निर्देशक प्रश्नोत्तर सत्र ने अभिलेखीय प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी, जिसने इस वृत्तचित्र को अलग बनाने में मदद की. बावा गार्डन (क्लारा क्राफ्ट इसोनो), द मदर ऑफ ऑल लाइज (अस्मा एल मौदिर), द गोल्डन थ्रेड (निष्ठा जैन), एंड, टुवार्ड्स हैप्पी एलीज (श्रीमयी सिंह) ने राष्ट्र और शैली की सीमाओं से परे अद्वितीय कलात्मक बातचीत शुरू की, जो कला को समृद्ध करने वाले अंतरराष्ट्रीय आदान-प्रदान पर प्रकाश डालती है. द बुरिटी फ्लावर (जोआओ सलाविज़ा और रेनी नादेर मेसोरा) ने अपने दक्षिण एशिया प्रीमियर में दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. बाल्टिक तट पर स्थापित एक जर्मन नाटक अफेयर (रोटर हिमेल) ने अपने पांचवें उत्सव में उपस्थिति दर्ज करवाई. द न्यू ब्वॉय (वारविक थॉर्नटन) और इनसाइड द येलो कोकून शेल (बेन ट्रोंग वी केन वेंग) को भी अंतरराष्ट्रीय फीचर के रूप में प्रदर्शित किया गया. फीचर फिल्मों में पैराडाइज (प्रसन्ना विथानगे), फॉलोअर (हर्षद नलवाडे), और रैप्चर (डोमिनिक संगमा) को प्रदर्शित किया गया. इसके बाद प्रत्येक निर्देशक के साथ प्रश्नोत्तरी सत्र हुआ. कुम्मट्टी (अरविंदम गोविंदन), 1979 की एक मलयाली फिल्म, जिसे फिल्म फाउंडेशन के वल्र्ड सिनेमा प्रोजेक्ट, फिल्म हेरिटेजफाउंडेशन और सिनेटेका डि बोलोग्ना द्वारा विस्तृत रूप से बहाल किया गया है, को भी प्रदर्शित किया गया. गमरू स्कूल के 30 छात्रों ने फिल्म उपस्थित लोगों के साथ विशेष स्क्रीनिंग में भाग लिया.