बीतापी नेता जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदाश में अन्य सुविधाओं की तरह स्वास्थ्य सुविधाओं की हालत बहुत खराब है। सरकार की ओर से कोई सुध लेने वाला नहीं है. बिमार हालत में लोग अस्पतालों के चक्कर काट रहे हैं. कहीं मरीजो की जांच नहीं हो पा रही है तो कहीं उन्हें इलाज के लिए परेशानी उठानी पड़ रही हैं. हिमीचलवासियों का स्वास्थ्य सरकार की प्राथमिकता में है ही नहीं. प्रदेश में जरूरतमंदों को स्वास्थ्य सुविधाएं दे रही कंपनियों का भुगतान लंबे समय से रोका गया है जिससे उन कंपनियों को व्वस्थाओं को जारी रखने में असुविधा हो रही है. अपने बकाया धनराशि का भुगतान किए जाने की मांग करते करते थक गई कई सेवा प्रदाता कंपनियों ने सेवाएं बंद कर दी है। बहुत सी कंपनियों सेवाएं बंद करने की चेतावनी दी है. आश्चर्य इस बात का हैअब भी सरकार कुछ नहीं कर रही है.
जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार की इसी लापरवाही के कारण ही कुल्लू रीजनल अस्पताल में चल रही डायलिसिस सेवाएं, सेवा प्रदाता संस्था ने रोक दी हैं. जिससे मरीजों की जान खतरे में पड़ गई है. मजबूरी में लोग निजी अस्पतालों की सेवा ले रहे हैं. सबसे बड़ा सवाल यही है कि सरकार क्या कर रही है. क्या इसी व्यवस्था परिवर्तन की बात कांग्रेस के नेता सरकार बनने के पहले कर रहे थे। जहां निःशुल्क मिल रहे इलाज के बावजूद मरीजों को हजारों रुपए हर हफ्ते अपनी जेब से खर्च करने पड़े हैं .