भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष डॅा. राजीव बिंदल ने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले 10 महीनों में 10,300 करोड़ रुपए का लोन लिया है. इस अवधि में राज्य सरकार ने किसी गारंटी को पूरा नहीं किया है, साथ ही प्रदेश में नौकरी और विकास भी शून्य है. उनका दावा है कि आरटीआई के माध्यम से यह सूचना सरकार से प्राप्त हुई है. भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा ने इस संबंध में आरटीआई के तहत सूचना मांगी थी. डॅा. बिंदल ने कहा कि सरकार का यह मानना है कि इसके अतिरिक्त भी लगभग 1000 करोड़ रुपए का लोन सरकार ने अन्य संस्थाओं द्वारा लिया है. इसका मतलब 10 महीने में 11300 करोड़ रुपए लोन लिया गया अर्थात पांच साल की सरकार में 60 हजार करोड़ रुपए का लोन लेने की तैयारी वर्तमान कांग्रेस पार्टी की सरकार ने कर ली है.
डॅा. बिंदल ने कहा कि ये 12000 करोड़ रुपए का लोन तो उस सूरत में होगा, जब सुक्खू की सरकार ने एक भी नया संस्थान प्रदेश में नहीं खोला, एक भी पुराने संस्थान को स्तरोन्नत नहीं किया, स्वास्थ्य विभाग में एक भी डॉक्टर की भर्ती नहीं की, एक भी पैरा मैडिकल की भर्ती नहीं की. यही स्थिति शिक्षा व अन्य विभाग की हैं. प्रदेश में विकास कार्य बंद हैं, केवल वही कार्य चल रहे हैं, जिन कार्यों पर केंद्र सरकार से धन प्राप्त हुआ है. इसके अलावा वर्तमान प्रदेश सरकार की सभी व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं. प्रदेश में दिन दिहाड़े खून, बलात्कार, महिलाओं के साथ अत्याचार, दुव्र्यवहार आम बात हो गई है. नशे का प्रचलन किस कद्र बढ़ा है, उसका परिणाम हमें एनआईटी हमीरपुर में देखने को मिला है. सेब उत्पादक चार महीने तक फसल के प्रबंधन के लिए तड़पता रहा, परंतु सरकार के विरोधाभासी फैसलों से बागबानों को भारी नुकसान पहुंचा.
पूर्व भाजपा सरकार के दौरान खोले गए 1500 से ज्यादा संस्थान बंद करने का निर्णय सरकार की जनविरोधी नीति का ज्वलंत उदाहरण है कि इस बड़े मुद्दे पर किसी भी प्रकार का जवाब जनता को नहीं दिया गया. सरकार ने मुख्य संसदीय सचिव बनाकर कानून और नियम को ताक पर रखा और सरकार की कंगाली का रोना रोते रहे. कैबिनेट रैंक के अनेक पद सृजित किए, परंतु सरकार के पास धन नहीं है, यह कहना नहीं भूले.