यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन ने 1 हजार से ज्यादा ऑनलाइन कोर्सेज को मंजूरी दी है। यूजीसी के ‘Swayam’ के बोर्ड की स्वीकृति मिलने के बाद छात्र-छात्राएं ऑनलाइन माध्यम से ग्रेजुएशन और पोस्टग्रेजुएशन में अपना नाम एनरोल करा सकते हैं। यूजीसी ने नॉन इंजीनियरिंग में 154, यूजी व पीजी इंजीनियरिंग में 743, इग्नू में 225 डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स, आईआईएम में मैनेजमेंट के 63, यूजीसी के 4, ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन के 18 हैं। छात्र इन कोर्सों में एनरोलमेंट अगले साल जनवरी 2024 से करा सकते हैं।
नोटिफिकेशन के मुताबिक, साल 2024 में इन कोर्स की परीक्षा 18, 19, 25 और 26 मई 2024 को आयोजित होगी. यूजीसी ने सभी राज्य व यूनिवर्सिटी को एक लेटर लिख कर जानकारी दी है. वहीं, लेटर में छात्रों को एडमिशन लेने के लिए जागरूक करने को भी कहा गया है. यूजीसी के चेयरमैन प्रो. एम जगदीश कुमार ने कहा कि हायर एजुकेशन सेक्रेटरी की अध्यक्षता में स्वयं बोर्ड की बैठक में 1247 कोर्स मंजूर किए गए हैं. यूजीसी ने बौद्धधर्म के स्टडी पर आधारित चार कोर्स भी इसमें जोड़े गए हैं. इन सभी को यूजीसी (क्रेडिट फ्रेमवर्क फॉर ऑनलाइन लर्निंग कोर्स थ्रू स्टडी वेब्स ऑफ एक्टिव-लर्निंग फॉर यंग एस्पायरिंग माइंड्स) नियमावली 2021 के तहत मंजूर किया गया है.
ये ऑनलाइन कोर्स केंद्रीय विवि पंजाब (बठिंडा), बनारस हिंदू विवि, नेशनल लॉ विवि दिल्ली, कश्मीर विवि, गुजरात विवि, हिमाचल विवि, जवाहर लाल नेहरू विवि, एम्स, गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विवि दिल्ली, पंजाबी विवि, पटियाला,केंद्रीय विवि हरियाणा, कुरुक्षेत्र विवि, दयालबाल एजुकेशन इंस्टीट्यूट, चौधरी देवी लाल विवि, पंजाब विवि चंडीगढ़, एचएनवी गढ़वाल यूनि, दून विवि, डॉ. हरिसिंह गौड़ विवि, सावित्रीबाई फूले विवि, देवी अहिल्या विवि में होंगे.
स्टडी वेब्स ऑफ एक्टिव लर्निंग फॉर यंग एस्पायरिंग माइंड्स (Swayam) शिक्षा नीति के 3 प्राथमिक सिद्धांत – पहुंच, गुणवत्ता व समानता को प्राप्त करने के लिए डिजाइन किया गया है. यह उनके लिए डिजिटल डिवीजन को पाटता है, जिन्होंने अब तक डिजिटल क्रांति का एक्सपीरिएंस नहीं किया है. Swayam ऑनलाइन प्लेटफॉर्म स्कूल, ग्रेजुएशन, पोस्टग्रेजुएशन, इंजीनियरिंग, लॉ और अन्य प्रोफेसनल कोर्स को कवर करते हुए 2000 सिलेबस की मेजबानी करने में सक्षम है.