भारत की धाक और साख लगातार यूरोपीय देशों में बढ़ रही है। एक वक्त था, जब यूरोपीय देश भारत को दीन-हीन समझते थे। मगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यही हिंदुस्तान अब यूरोपीय देशों के दिलों को जीत रहा है। यूरोप की धारणा भारत के प्रति तेजी से बदली है। भारत-यूरोप के बदलते संबंधों को लेकर विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने यूरोप की अपनी यात्रा के दौरान पुर्तगाल में भारतीय समुदाय को संबोधित किया। विदेश मंत्री ने बुधवार को अपने संबोधन में कहा कि उन्होंने यूरोपीय संघ (ईयू) के साथ भारत के घनिष्ठ संबंधों में पुर्तगाल के योगदान पर प्रकाश डाला और भारत में जारी बदलावों को भी साझा किया।
लिस्बन में भारतीय समुदाय से संवाद में उनके पुर्तगाली समकक्ष जोआओ गोम्स क्रेविन्हो भी शामिल हुए। जयशंकर ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “पुर्तगाल में भारतीय समुदाय को संबोधित किया। इसमें शामिल होने के लिए धन्यवाद विदेश मंत्री जोआओ क्रेविन्हो।” उन्होंने कहा, “अपने संबोधन में भारत-यूरोपीय संघ के घनिष्ठ संबंधों को बढ़ावा देने में पुर्तगाल के योगदान पर प्रकाश डाला। ‘द पोर्टो’ 2021 शिखर सम्मेलन मील का पत्थर है। वैश्विक कार्यस्थल में ‘प्रवासन और कहीं भी आने जाने में सुगमता के लिए साझेदारी की प्रासंगिकता को मान्यता दी गई।” उन्होंने कहा, ‘‘सीधे हवाई संपर्क की आवश्यकता की सराहना की। भारत में जारी बदलावों को साझा किया जो सहयोग के नए अवसर प्रदान करता है।
समुदाय से हमारे राजनयिक संबंधों के 50 साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित समारोह में योगदान देने का आग्रह किया।” मंत्री ने प्रधानमंत्री एंटोनियो कोस्टा के साथ “समकालीन चुनौतियों” और द्विपक्षीय संबंधों को और बढ़ाने पर चर्चा की। उन्होंने पुर्तगाल के प्रधानमंत्री के साथ अपनी बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से उन्हें भेजे गए शुभकामना संदेशों से अवगत कराया। जयशंकर दो प्रमुख यूरोपीय देशों के साथ भारत के द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के उद्देश्य से पुर्तगाल और इटली की अपनी चार दिवसीय यात्रा के पहले चरण में यहां पहुंचे। उन्होंने भारत-यूरोपीय संघ संबंधों के लिए पुर्तगाल के समर्थन की भी सराहना की। उन्होंने मंगलवार को ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “लिस्बन में विदेश मंत्री जाओओ क्रेविन्हो के साथ वार्ता सार्थक रही।
जयशंकर ने कहा कि “भारत में बदलाव जारी है जिससे हमारी भागीदारी को नयी ऊंचाई पर पहुंचाने में मदद मिल सकती है। वैश्विक कार्यस्थल पर सहयोग और ‘डिजिटल डोमेन’ बेहतर संभावनाएं प्रदान करेंगे। पश्चिम एशिया, यूक्रेन, मध्य एशिया और हिंद-प्रशांत पर चर्चा हुई।” इससे पहले मंत्री ने पुर्तगाली गणराज्य की असेंबली के अध्यक्ष ऑगस्टो सैंटोस सिल्वा से भी मुलाकात की और दो लोकतंत्रों के करीबी सहयोग के महत्व पर चर्चा की। एक अन्य पोस्ट में जयशंकर ने कहा, “आज सुबह लिस्बन में पुर्तगाली गणराज्य की असेंबली के अध्यक्ष ऑगस्टो सैंटोस सिल्वा से मिलकर खुशी हुई। हमारे द्विपक्षीय संबंधों के लिए उनके मजबूत समर्थन को हमेशा महत्व दिया है। एक अस्थिर दुनिया में हमारे दो लोकतंत्रों के करीबी सहयोग के महत्व पर चर्चा की।