नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार ने आपदा के बाद आपदा प्रभावितों को मकान का किराया देने की घोषणा करके खूब वाहवाही बटोरी। उन्होंने कहा कि लोग तंबुओं और राहत शिविरों में रह रहे हैं, लेकिन सरकार की यह योजना परवान नहीं चढ़ी। सरकार के बाकी के दावों की तरह यह दावा भी हवा हवाई साबित हो गया है। जयराम ठाकुर ने कहा कि आपदा को आए तीन महीने से ज़्यादा का समय हो गया है। सरकार द्वारा इस घोषणा को किए हुए भी लगभग दो महीने हो गए हैं, लेकिन पूरे प्रदेश में लोगों के बीच जाने के बाद भी मुझे सरकार द्वारा किराया दिए जाने की योजना का एक भी लाभार्थी नहीं मिला।
जयराम ठाकुर ने कहा कि आपदा के पहले प्रदेश में ऐसा नहीं था कि किसी के पास छत नहीं थी। सबके पास छोटा या बड़ा मकान ज़रूर था। आपदा की वजह से प्रदेश में हज़ारों घर पूरी तरह से या आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए थे, जो रहने लायक़ नहीं थे। इस आपदा की वजह से प्रदेश में हजारों लोग बेघर हो गए। ऐसे में सरकार द्वारा बेघर लोगों को मकान का किराया देने वाली योजना काफ़ी राहत दे सकती थी, लेकिन कांग्रेस सरकार के सारे दावे सिर्फ कागजी निकले। इससे सरकार ने वाहवाही तो लूट ली, लेकिन आपदा प्रभावितों को कोई लाभ नहीं हुआ। सरकार आपदा प्रभावितों को राहत देने की बजाय सिर्फ़ कोरी बयानबाजी का काम कर रही है।