भारतीय नौसेना को बड़ी सफलता मिली है. नौसेना ने बंगाल की खाड़ी में वॉर शिप विध्वंसक जहाज से ब्रह्मोस मिसाइल को सफलतापूर्वक लॉन्च किया है. इससे पहले भी उन्होंने कई क्षमता और रेंज वाली ब्रह्मोस मिसाइल की विस्तारित रेंज को फायर किया था, इस बार परिचालन तैयारियों के कारण भारतीय नौसेना आज फायरिंग के दौरान ब्रह्मोस के सभी मापदंडों तक सफलतापूर्वक खरी उतरी. ये फायरिंग भारतीय नौसेना की पूर्वी कमान के बंगाल की खाड़ी में हुई. इसे चीनी नौसेना के लिए जवाब माना जा रहा है.
आर श्रेणी के विध्वंसक जहाज और उसके शक्तिशाली हथियार, दोनों स्वदेशी हैं और आत्मनिर्भरता और समुद्र में भारतीय नौसेना की ताकत का प्रतीक हैं. यह नीले पानी पर हावी हैं और विरोधियों विशेषकर चीनी पीएलए नौसेना की सभी चुनौतियों का सामना करने की क्षमता रखते हैं.
ब्रह्मोस एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड के शीर्ष अधिकारी के अनुसार, यह एक भारत-रूसी संयुक्त उद्यम है, जो सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों का उत्पादन करता है. इन्हें पनडुब्बियों, जहाजों, विमानों या लैंड प्लेटफार्मों से 2.8 मैक की गति या लगभग तीन गुना गति के साथ लॉन्च किया जा सकता है.
बता दें यह ताकतवर मिसाइल 200 किलो वजन के परमाणु बम ले जाने में सक्षम हो गई है. इसके अलावा इसकी मारक क्षमता यानी रेंज में चीन और पाकिस्तान का पूरा इलाका आ चुका है. जमीन से जमीन पर मार करने वाले ब्रह्मोस वर्जन की मारक क्षमता अब 450 किलोमीटर तक बढ़ चुकी है. भारत इस मिसाइल को फिलीपींस और अन्य कुछ देशों में निर्यात भी कर रहा है.