इजरायल और हमास के बीच सात अक्टूबर से लगातार युद्द जारी है. युद्ध के 26वें दिन इजरायली सेना ने गाजा में सबसे बड़े जबालिया रिफ्यूजी कैंप पर हमला कर दिया. जिसमें हमास के एक सीनियर कमांडर इब्राहिम बियारी सहित 50 लड़ाकों को मार गिराया.
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, जबालिया रिफ्यूजी कैंप करीब 1.4 स्क्वायर किमी के इलाके में फैला हुआ है. इजरायली सेना के हमले में करीब 50 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 150 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. इजरायल ने बुधवार को कहा कि 7 अक्टूबर को हमास के हमले का हमने बदला लिया है. इसराइल ने कहा की इजरायली सेना ने गाजा पर कई हफ्तों तक हवाई बमबारी की. जिसमें हमारे अबतक 9 सैनिक मारे गए हैं.
इजरायल रक्षा बल यानी आईडीएफ ने एक बयान में कहा कि गाजा के सबसे बड़े शरणार्थी शिविर जबालिया पर लड़ाकू विमानों के हमले में हमास कमांडर इब्राहिम बियारी की मौत हो गई है. आईडीएफ के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल जोनाथन कॉनरिकस ने कहा कि हमास के दर्जनों लड़ाके बियारी के समान भूमिगत सुरंग परिसर में छिपे थे, लेकिन जब इजरायली सेना ने हमला किया तो वह ढह गया और वे सभी उस हमले में मारे गए.
हमास के प्रवक्ता हाजेम कासिम ने शिविर में किसी भी वरिष्ठ कमांडर के मौजूदगी को सिरे से खारिज किया और इस दावे को नागरिकों की हत्या के लिए इजरायली बहाना बताया. फलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि कम से कम 50 फलिस्तीनी मारे गए और 150 से अधिक नागरिक घायल हो गए.
हमास के एक बयान में कहा गया है कि जबालिया में 400 लोग मारे गए और घायल हुए, जहां 1948 में इजरायल के साथ हुए युद्धों के शरणार्थियों के परिवार रहते हैं. हालांकि, रॉयटर्स की रिपोर्ट में हमले में मारे गए लोगों के आंकड़ों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं कर सका.