इजरायल और हमास के बीच जंग और खतरनाक होती जा रही है। इजरायल अब धड़ल्ले से गाजा पट्टी में जाकर जमीनी हमले करने लगा है। उधर, ईरान की शह पर लेबनान स्थित हिजबुल्ला आतंकी संगठन इजरायल पर हमले कर रहा है। ईरान खुलेआम इजरायल को गाजा पर हमले के लिए परिणाम भुगतने की चेतावनी दे चुका है। हमास का खुलेआम सपोर्ट करने वाला ईरान लगता है जंग पर आमादा हो गया है। इजरायल और अमेरिका को धमकी देने वाले ईरान ने पहले जंगी अभ्यास किया। अब अमेरिका और इजरायल को चेताने के इरादे से ईरान ने अपने हमलावर हेलिकॉप्टर से हायडर क्रूज मिसाइल का परीक्षण गया है।
हायडर क्रूज मिसाइल का यह फील्ड टेस्ट था, जो सफल रहा है। हायडर यह जमीन से हवा में मार करने वाली क्रूज मिसाइल है। हेलिकॉप्टर से छूटने के बाद 30 किलोमीटर दूर अपने लक्ष्य को बेहतरीन तरीके से सटीक निशाना लगाकर नष्ट कर दिया इस मिसाइल में जीपीएस गाइडेंस सिस्टम है। लॉन्च करने के बाद हेलिकॉप्टर पायलट के पास मिसाइल को गाइड करने का पूरा कंट्रोल था। ईरान दो दिनों से इस मिसाइल का परीक्षण कर रहा है।
हायडर क्रूज मिसाइल तीन मीटर लंबी है। इसका वजन करीब 40 किलोग्राम होता है। इस मिसाइल में 20 किलोग्राम का वॉरहेड लगाया गया है। इसकी खासियत यह है कि यह किसी चलते फिरते टारगेट को भी ध्वस्त कर सकती है। यह मिसाइल 200 किमी के दायरे में ऐसे चलते फिरते टारगेट को खत्म करने में सक्षम है। हायडर क्रूज मिसाइल की गति करीब 1000 किलोमीटर प्रतिघंटा है। पहले जंगी अभ्यास कर अपनी ताकत दिखा चुका है ईरान
इससे पहले ईरान ने जोरदार जंगी अभ्यास किया था। इसमें उसने अपनी ताकत का प्रदर्शन करते हुए बख्तरबंद वाहन, इन्फ्रैंट्री, मोबाइल असॉल्ट यूनिट्स, रैपिड मिसाइल रिएक्शन फोर्सेस, हेलिकॉप्टर्स, ड्रोन फोर्स, इंजीनियरिंग यूनिट्स और सपोर्ट यूनिट्स ने भाग लिया था। हैदर मिसाइल के दो वैरिएंट ईरान के पास मौजूद हैं।
ईरान हमास को पूरी तरह सपोर्ट करता है। यह बात अमेरिका भी कह चुका है। इजरायल हमास जंग पर चीन अपने पत्ते नहीं खोल रहा है। चीन की चुप्पी से अमेरिका निराश है। दरअसल, अमेरिकी अधिकारियों का मानना है कि ईरान पर चीन का काफी प्रभाव है और ईरान हमास का एक प्रमुख समर्थक है।