इस साल अखंड सौभाग्य का करवा चौथ व्रत 1 नवंबर दिन बुधवार को है. करवा चौथ के दिन 4 शुभ योगों का निर्माण हो रहा है. उसमें भी सर्वार्थ सिद्धि योग आपके मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए शुभ है. करवा चौथ पर सुहागन महिलाएं और जिन युवतियों का विवाह तय हो गया है, वे अपने जीवनसाथी की लंबी आयु के लिए निर्जला व्रत रखती है और रात के समय में चंद्रमा की पूजा करती हैं, अर्घ्य देकर व्रत को पूरा करती हैं. पति के हाथों प्रसाद और पानी से पारण करती हैं. आपको भी करवा चौथ का व्रत रखना है तो आप करवा चौथ की पूजा सामग्री और पूजन मुहूर्त के बारे में जान लें. काशी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट से जानते हैं कि करवा चौथ के दिन चांद कब निकलेगा? करवा चौथ पूजा सामग्री और पूजा मुहूर्त क्या है?
इस साल करवा चौथ पर सर्वार्थ सिद्धि योग, बुधादित्य योग, परिघ योग और शिव योग का निर्माण हो रहा है. करवा चौथ की सुबह 06 बजकर 33 मिनट से सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है और यह 2 नवंबर को सुबह 04 बजकर 36 मिनट तक रहेगा. परिघ योग दोपहर 02:07 बजे तक है. फिर शिव योग शुरू होगा, जो पूरी रात तक है.
करवा चौथ 2023 पूजा सामग्री
1. एक थाली, मिट्टी का करवा और ढक्कन, एक छलनी
2. करवा माता की तस्वीर, लाल रंग की चुनरी, लकड़ी की चौकी
3. लहुआ, 8 पूड़ियों की अठावरी, दक्षिणा
4. कच्चा, दूध, दही, देसी घी, हल्दी, चावल, मिठाई
5. एक कलश, चंदन, पान का पत्ता, शक्कर का बूरा, फूल, शहद
6. मौली या रक्षासूत्र, रोली, कुमकुम
7. सोलह श्रृंगार की समाग्री जैसे कंघा, महावर, सिंदूर, मेहंदी, बिंदी, चूड़ी, बिछिया आदि
8. कपूर, दीपक, अगरबत्ती, रूई की बाती, गेहूं
करवा चौथ की पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 05:36 बजे से लेकर शाम 06:54 बजे तक है। करवा चौथ का चांद रात 08 बजकर 15 मिनट पर निकलेगा. उस समय पर व्रती महिलाएं चंद्रमा की पूजा करेंगी. फिर जल, कच्चे दूध, सफेद फूल और अक्षत् से चंद्रमा को अर्घ्य देंगी.
करवा चौथ 2023 पूजा मंत्र
देहि सौभाग्य आरोग्यं देहि मे परम् सुखम्।
सन्तान देहि धनं देहि सर्वकामांश्च देहि मे।।
चंद्रमा का अर्घ्य मंत्र
गगनार्णवमाणिक्य चन्द्र दाक्षायणीपते।
गृहाणार्घ्यं मया दत्तं गणेशप्रतिरूपक॥