आंध्र प्रदेश के विजयनगरम में दो ट्रेनों की टक्कर के बाद ईस्ट कोस्ट रेलवे ने अब तक 33 ट्रेनों को रद्द करने का फैसल किया है। इसके साथ ही 6 ट्रेनों के समय में बदलाव किया गया है। वहीं कई ट्रेनों के मार्गों में बदलाव किया गया है। रविवार रात हुए इस हादसे में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है और 50 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।
इस हादसे के बाद ईस्ट कोस्ट रेलवे, भुवनेश्वर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी बिस्वजीत साहू ने पुष्टि करते हुए कहा कि वाल्टेयर के कंटाकापल्ली और अलमनाडा स्टेशनों के बीच दो यात्री ट्रेनों के बीच टक्कर से हुई दुर्घटना के बाद कुल 33 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। इसके अलावा 24 ट्रेनों का मार्ग बदल दिया गया है और 11 को आंशिक रूप से रद्द कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि इनमें से तीन ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं और दो के समय में आज सुबह बदलाव किया गया है।
ईस्ट कोस्ट रेलवे के अधिकारियों के अनुसार, चेन्नई सेंट्रल से पुरी (22860), रायगढ़ा से गुंटूर (17244) और विशाखापत्तनम से गुंटूर (17240) रद्द कर दी गई है, जबकि चेन्नई सेंट्रल से शालीमार (12842) और एलेप्पी से धनबाद (13352) को आज पुनर्निर्धारित किया गया है। बता दें कि रविवार रात हुए इस हादसे में पैसेंजर ट्रेन के 3 डिब्बे शामिल थे।
आंध्र प्रदेश रेल हादसे से संबंधित जानकारी और सहायता के लिए रेलवे ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। बीएसएनएल नंबर 08912746330, 08912744619, एयरटेल सिम 8106053051, 8106053052, बीएसएनएल सिम नंबर 8500041670, 8500041671 पर फोन कर सकते हैं।
इसके अलावा श्रीकाकुलम स्टेशन की ओर से भी हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं। नीचे दिए नंबरों पर फोन करके संपर्क कर सकते हैं।
0891- 2885911
0891- 2885912
0891- 2885913
0891- 2885914
ईस्ट कोस्ट रेलने ने कहा कि ये रेल हादसा मानवीय भूल और सिग्नल की अनदेखी के कारण हुआ होगा। ईसीआर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी बिस्वजीत साहू ने कहा कि ट्रेन संख्या 08532 (विशाखापत्तनम-पलासा पैसेंजर) और 08504 (विशाखापत्तनम-रायगड़ा पैसेंजर स्पेशल) टकरा गईं थीं। उन्होंने कहा कि रायगड़ा पैसेंजर सिग्नल से आगे निकल गई थी। इस वजह से विशाखापत्तनम-पलासा पैसेंजर ट्रेन के पीछे के दो डिब्बे और विशाखापत्तनम-रायगड़ा पैसेंजर ट्रेन का इंजन पटरी से उतर गए। मौके पर डीआरएम वाल्टेयर और उनकी टीम के साथ बचाव कार्य जारी है। अधिकारी ने कहा, दुर्घटना के बाद राहत ट्रेनें और अन्य बचाव उपकरण लगे हुए हैं।