केरल के कालामसेरी में ईसाई समुदाय के एक सम्मेलन केंद्र में हुए धमाकों में अब तक 52 लोगों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। फिलहाल 18 लोग आईसीयू में हैं। इसमें से छह की हालत गंभीर बनी हुई है। 12 साल की एक बच्ची की हालत बहुत ज्यादा गंभीर है। बच्ची 90 प्रतिशत जल चुकी है। वहीं कलामसेरी मेडिकल कॉलेज में 10 लोगों का इलाज चल रहा है। इसके अलावा धमाके में लिबिना नाम की महिला समेत दो लोगों की मौत हो गई। केरल के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) शेख दरवेश साहब ने तिरुवनंतपुरम में पत्रकारों से कहा कि शुरुआती जांच के अनुसार विस्फोट आईईडी के कारण हुआ। वहीं खुद को ईसाइयों के ‘यहोवा के साक्षी’ समूह का सदस्य बताने वाले एक व्यक्ति ने केरल के त्रिशूर जिले में पुलिस के सामने सरेंडर किया है। उसने रविवार सुबह कलामासेरी में ईसाई धार्मिक सभा में हुए कई विस्फोटों की जिम्मेदारी ली है।
खुद को ईसाइयों के ‘यहोवा के साक्षी’ समूह का सदस्य बताने वाले एक व्यक्ति ने केरल के त्रिशूर जिले में पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया और रविवार सुबह यहां कलामासेरी में ईसाई धार्मिक सभा में हुए कई विस्फोटों की जिम्मेदारी ली। एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर एम आर अजित कुमार ने बताया कि उस व्यक्ति ने कोडकारा थाने में सुबह में आत्मसमर्पण किया और दावा किया कि उसने ही विस्फोट को अंजाम दिया।
एडीजीपी ने कहा कि उस व्यक्ति का नाम डोमिनिक मार्टिन है। उसने अपने दावे के समर्थन में सबूत भी दिए। हम फिलहाल इसकी जांच कर रहे हैं। हम उसके दावों और कृत्य को अंजाम देने के लिए बताए गए कारणों की भी जांच कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इस व्यक्ति ने खुद के ‘यहोवा के साक्षी’ ईसाई धार्मिक समूह का अनुयायी होने का भी दावा किया है।
यह विस्फोट सामरा इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में हुआ जहां सुबह करीब साढ़े नौ बजे यहोवा के साक्षियों (ईसाई धर्म का एक संप्रदाय) का सम्मेलन आयोजित किया गया था। विस्फोट के समय हॉल में 2,000 से अधिक लोग मौजूद थे। घायलों को कलामसेरी मेडिकल कॉलेज, एस्टर मेडिसी, सनराइज और राजगिरी अस्पतालों में भर्ती किया गया है।
हॉल में प्रार्थना शुरू होने के पांच मिनट के अंदर ही धमाका हो गया। पहले एक विस्फोट हुआ उसके बाद और भी विस्फोट हुए। मंत्री ने साफ किया कि डॉक्टरों ने कहा कि मामूली रूप से जले लोगों को प्रारंभिक इलाज के बाद छुट्टी दे दी जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री वीना जार्ज ने आश्वासन दिया कि इलाज करा रहे सभी लोगों को आधुनिक इलाज मुहैया कराया जाएगा।
मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि एक मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया है। आगे की कार्रवाई मेडिकल बोर्ड के निर्देशन में हो सकती है। इलाज को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है। मुख्य बात घायलों को जीवन में वापस लाना है। स्वास्थ्य विभाग की हेल्प लाइन व्यवस्था भी स्थापित की गई है। मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा, जिन बच्चों ने खतरा देखा है उन्हें परामर्श और मनोवैज्ञानिक सहायता दी जाएगी।
डीजीपी शेख दरवेश साहब ने कहा कि आज सुबह करीब नौ बजकर 40 मिनट पर कलमश्शेरि में जमराह इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में धमाका हुआ जिसमें हमारी सूचना के अनुसार एक व्यक्ति की मौत हो गई और 36 लोगों का उपचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच जारी है। अधिकारी ने यह भी कहा कि विस्फोट स्थल का दौरा करने के बाद एक विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित किया जाएगा। एक पुलिस सूत्र ने बताया कि तीन धमाके हुए, जिनमें से दो जोरदार और तीसरा कम तीव्रता का था।
यह पूछे जाने पर कि क्या विस्फोटक को रखने के लिए ‘टिफिन बॉक्स’ का इस्तेमाल किया गया था, जैसा कि कुछ मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है, सूत्र ने कहा कि इस स्तर पर इसकी पुष्टि नहीं की जा सकती क्योंकि घटनास्थल की जांच राज्य आतंकवाद-रोधी दस्ते और एनआईए समेत कई एजेंसियों की ओर से की जा रही है। यह पूछे जाने पर कि क्या यह आतंकवादी हमला था, इस पर डीजीपी ने कहा कि वह इस चरण में कुछ नहीं कह सकते हैं।
शीर्ष पुलिस अधिकारी ने कहा कि जांच के बाद ही मैं जानकारियों की पुष्टि कर सकता हूं। हम सभी पहलुओं से जांच कर रहे हैं। हम यह पता लगाएंगे कि इसके पीछे कौन हैं और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने का अनुरोध किया और उनसे सोशल मीडिया पर उकसावे या घृणा वाले संदेश न फैलाने को कहा। दरवेश ने आगाह किया कि सोशल मीडिया पर उकसावे या घृणा संदेश फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने इस घटना को ‘चौंकाने वाला’ बताया तो वहीं मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने इसे ‘बेहद दुर्भाग्यपूर्ण’ करार दिया। राज्यपाल ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर कहा कि केरल में एर्नाकुलम जिले के कलमश्शेरि में एक धार्मिक सभा में विस्फोट के बारे में सुनकर स्तब्ध हूं। मृतकों के परिजनों के प्रति हार्दिक संवेदना और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।
दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए विजयन ने कहा कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। एक व्यक्ति की मौत हो गई और दो अन्य की हालत गंभीर है। जांच शुरू कर दी गई है। घटना को बेहद गंभीरता से लिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने धमाकों के मद्देनजर सोमवार को सर्वदलीय बैठक भी बुलाई है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के प्रदेश सचिव एम.वी. गोविंदन ने दिल्ली में पत्रकारों से कहा कि फलस्तीन मुद्दे से ध्यान भटकाने के उद्देश्य से अंजाम दी गई किसी भी भयावह घटना पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सम्मेलन केंद्र में मौजूद लोगों ने पत्रकारों को बताया कि पहला धमाका प्रार्थना के दौरान हुआ। केंद्र के अंदर मौजूद एक बुजुर्ग महिला ने कहा कि पहला धमाका सुनने के बाद जब मेरी आंखें खुलीं तो मैंने देखा कि आग लगी हुई है। सब लोग इधर-उधर भागने लगे। यह एक विशाल हॉल है और अंदर बड़ी संख्या में लोग थे। एक अन्य बुजुर्ग व्यक्ति ने कहा कि मैं हॉल के किनारे खड़ा होकर आंखें बंद करके प्रार्थना कर रहा था। अचानक, पास ही विस्फोट की आवाज सुनाई दी। मुझे चारों ओर केवल आग नजर आई और अन्य लोगों के साथ मैं दरवाजे की ओर भागा।
सम्मेलन केंद्र में मौजूद एक अन्य व्यक्ति ने कहा कि घटना के समय हॉल के भीतर सैकड़ों की संख्या में लोग थे। टेलीविजन चैनल पर प्रसारित घटना के दृश्यों में बड़ी संख्या में दमकल कर्मियों और पुलिस कर्मियों को घटनास्थल से लोगों को निकालते हुए देखा जा सकता है। सम्मेलन केंद्र के अंदर हुए धमाके के विचलित करने वाले दृश्यों में हॉल में कई जगहों पर आग लगी नजर आ रही थी, जिससे डरे लोग चिल्लाते दिखे। इन दृश्यों में धमाके के बाद सैकड़ों लोग केंद्र के बाहर खड़े नजर आए।