अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव में मध्यरात्रि आग की घटना पेश आई। अग्नि के तांडव ने उत्सव में विराजमान देवी-देवताओं के अस्थायी शिविरों को आगोश में लिया। शिविरों में देवी देवता विराजमान थे, वहीं कारकून भी सोए हुए थे। अचानक भड़की लपटों से अफरा तफरी का माहौल पैदा हुआ।
घटना में 13 के करीब देवी-देवताओं के टैंट जले। दशहरा उत्सव के इतिहास में पहली बार अठारह करडू की सौह में देवी देवताओं के अस्थायी शिविरों में आग की घटना रात 2 बजे पेश आई है। आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। इस घटना में 13 के आसपास देवताओं के टेंट तो जल गए, वहीं देवताओं के साथ अन्य देवलुओं के सोने के टैंट भी जले। इसके अलावा देवी देवताओं की चांदी, लकड़ी की अर्लगलाएं, दानपात्र, ढोल, नगाड़े, नरसिंगे, ट्रंक सहित अन्य सामान जलकर राख हो गया है। एक कार भी जल गई है। कारकूनों और पुलिस जवानों ने देवी देवताओं के देव रथों को कड़ी मशक्कत के साथ टेंट से बाहर निकाल दिया। देव रथ आग से बच गए हैं। इसके अलावा अन्य सामान जलकर राख हो गए हैं। सोने, चांदी के देव आभूषण भी देवताओं को बाहर निकालते समय घटना में खो जाने की सूचना है। जिन देवी देवताओं के टेंट में आग लगी उन देवी देवताओं को न्यायालय पार्किंग व कुछ देवी देवताओं को अन्य देवताओं के अस्थाई शिविरों में रखा गया है। यही नहीं अपने आराध्यों को बचाते हुए दो-तीन लोग भी झुलस गए।
पुलिस कर्मियों को भी आग बुझाते चोटें आई है। एक व्यक्ति को अस्पताल में चोटें आने पर उपचार के लिए भर्ती किया गया है, वहीं जूता मार्केट और प्लास्टिक बर्तनों की मार्केट भी जल गई है। साढ़े 4 बजे तक आग बुझाने का कार्य चला हुआ था। दमकल विभाग की टीम सूचना मिलती ही तुरंत मौके पर पहुंची और आग पर काबू पर लिया गया। वहीं उपायुक्त कुल्लू आशुतोष गर्ग और एसपी कुल्लू साक्षी वर्मा भी मौके पर पहुंचे और घटना का जायजा लिया। नुकसान का आंकलन किया जा रहा।एसपी कुल्लू साक्षी वर्मा ने जानकारी देते हुए कहा की ढालपुर मैदान में आगजनी की घटना अचानक पेश आई है। आग लगने के कारणों की जांच की जारी है। आगजनी में कुछ लोग, पुलिस जवानों को चोटें आई है। लेकिन जानी नुकसान नहीं हुआ है। आगजनी की घटना में देवताओं का सामान जलने और कुछ दुकानों का सामान जलने से भारी नुकसान हुआ है। उपायुक्त कुल्लू आशुतोष गर्ग ने कहा कि आगजनी की इस घटना में नुकसान काफी हुआ है। देवताओं के टैंट समेत कार, दुकानें जली हैं। जानी नुकसान नहीं हुआ है। आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है। नुकसान की रिपोर्ट तैयार की जा रही है।