हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला और सरदार पटेल यूनिवर्सिटी मंडी में नए कुलपति नियुक्त करने के लिए बनाई गई सर्च कमेटी में बदलाव हो गया है। राजभवन ने 10 अक्तूबर को जारी नोटिफिकेशन में बदलाव करते हुए अब राज्य के मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना को ही सर्च कमेटी का अध्यक्ष बनाया है। उनके अलावा दो और मेंबर कमेटी में होंगे, जिनमें एक गवर्नर नॉमिनी और एक यूजीसी का मेंबर होगा। राज्यपाल के सचिव सदस्य सचिव के नाते ये बैठकें करवाएंगे। इस तरह से कुल चार सदस्यों वाली सर्च कमेटी अब बनी है। इससे पहले राजभवन ने दोनों विश्वविद्यालय में कुलपतियों के चयन के लिए दो अलग-अलग सर्च कमेटी बना दी थीं, लेकिन राज्य सरकार ने इस रेफरेंस को वापस भेज कर राजभवन से आग्रह किया था कि पहले की परंपरा अनुसार मुख्य सचिव की अध्यक्षता में ही सर्च कमेटी का गठन किया जाए। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने 10 अक्तूबर को अधिसूचना जारी कर हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के कुलपति के चयन के लिए दिल्ली यूनिवर्सिटी के कुलपति योगेश सिंह की अध्यक्षता में सर्च कमेटी का गठन कर दिया था।
इसी दिन दूसरी अधिसूचना के तहत सरदार पटेल यूनिवर्सिटी मंडी के लिए बीकानेर टेक्निकल यूनिवर्सिटी कोटा के पूर्व कुलपति एचडी चरण की अध्यक्षता में सर्च कमेटी बनाई गई थी। इन दोनों कमेटियों में राज्य सरकार के नॉमिनी को-मेंबर के तौर पर लिया गया था, लेकिन राज्य सरकार ने अपना नॉमिनी नहीं दिया था। पत्र में अनुरोध किया था कि हिमाचल में पूर्व की परंपरा के अनुसार मुख्य सचिव की अध्यक्षता में ही सर्च कमेटी होती है। इससे पहले डा. सिकंदर कुमार, एडीएन वाजपेयी और एसपीयू में सीएल चंदन जैसे कुलपतियों की नियुक्ति इसी प्रक्रिया के तहत हुई है। यूनिवर्सिटी का एक्ट भी कहता है कि राज्यपाल कुलपति की नियुक्ति राज्य सरकार से सलाह मशविरा करने के बाद करेंगे। राजभवन ने इस पत्र को स्वीकार करते हुए सर्च कमेटी में बदलाव कर दिया है और अब माना जा रहा है कि 30 और 31 अक्तूबर को ही पहले से तय शेड्यूल के अनुसार यह बैठक होगी।