अंतरिक्ष क्षेत्र की स्टार्ट-अप स्काईरूट एयरोस्पेस ने स्वदेशी विक्रम-1 रॉकेट का अनावरण किया। अगले वर्ष की शुरुआत में उपग्रहों को पृथ्वी की निचली कक्षा में पहुंचाने की उम्मीद है। दरअसल, विक्रम-1 एक बहु-स्तरीय प्रक्षेपण यान है। ये लगभग 300 किलोग्राम पेलोड को पृथ्वी की निचली कक्षा में रखने की क्षमता रखता है। विक्रम-1 ऑल-कार्बन-फाइबर-बॉडी रॉकेट है जो कई उपग्रहों को कक्षा में स्थापित कर सकता है और इसमें 3 डी-मुद्रित तरल इंजन हैं। बता दें कि विक्रम-1 स्काईरूट का दूसरा रॉकेट होगा, जिसे 2024 की शुरुआत में लॉन्च करने की योजना है।