हिमाचल प्रदेश के शहरी निकायों में ड्रोन बेस्ड जीआईएस मैपिंग की जाएगी। ड्रोन बेस्ड जीआईएस मैपिंग से शहरी निकायों में जल्द ही सपंत्ति और हाउस टैक्स की जानकारी ऑनलाइन मिलेगी। शहरी निकायों में ऑनलाइन हाउस की जानकारी मिलने के साथ-साथ लोगों को ऑनलाइन हाउस टैक्स जमा करवाने की सुविधा भी मिलेगी। शहरी विकास विभाग द्वारा ऑनलाइन टैक्स जमा कराने के लिए एक पोर्टल तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा शहरी निकायों में ड्रोन बेस्ड जीआईएस मैपिंग की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। प्रदेश में नगर पंचायत नारकंडा और कोटखाई में ड्रोन बेस्ड जीआईएस मैपिंग का काम पूरा कर लिया गया है, जबकि प्रदेश नगर निगम सोलन और नगर परिषद ऊना में ड्रोन बेस्ड जीआईएस मैपिंग का काम चल रहा है। ऊना और सोलन में अधिकतरों घरों की ड्रोन बेस्ड जीआईएस मैपिंग कर ली गई है।
प्रदेश के अन्य शहरी निकायों में भी जल्द ही ड्रोन बेस्ड जीआईएस मैपिंग का काम शुरू किया जाएगा। इसके लिए विभाग द्वारा प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। प्रदेश के शहरी निकायों में ड्रोन बेस्ड जीआईएस मैपिंग की जाने की पुष्टि शहरी विकास विभाग के निदेशक गोपाल चंद ने की है। अभी तक प्रदेश में दो नगर पंचायत जिसमें नारकंडा और कोटखाई में ड्रोन बेस्ड जीआईएस मैपिंग का काम पूरा किया है, जबकि नगर निगम सोलन और नगर परिषद ऊना में ड्रोन बेस्ड जीआईएस मैपिंग की जा रही है।
शहरी विकास विभाग के निदेशक गोपाल चंद ने बताया कि ड्रोन बेस्ड जीआईएस मैपिंग से लोगों को घर बैठे ऑनलाइन उनकी संपत्ति की जानकारी मिलेगी। इसके अलावा हाउस टैक्स की जानकारी भी ऑनलाइन मिलेगी। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन हाउस टैक्स जमा कराने के लिए विभाग द्वारा पोर्टल तैयार किया जा रहा है, पोर्टल के माध्यम से लोग घर बैठे ही ऑनलाइन हाउस टैक्स जमा करवा सकेंगे।