मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है की जयराम ठाकुर में अगर हिम्मत है, तो वह दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से प्रदेश के लिए आपदा पैकेज मांग कर दिखाएं। मंडी में आपदा प्रभावित राहत वितरण कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जयराम ठाकुर तो केंद्र से मांगने के लिए दिल्ली नहीं गए, लेकिन मैं और सांसद प्रतिभा सिंह प्रधानमंत्री से मिले और हिमाचल के लिए गुहार लगाई, लेकिन केंद्र ने आज तक कोई सहायता नहीं की, जो भी पैसे हिमाचल को मिले हैं, वह आपदा नियमों के तहत ग्राट के रूप में मिलने ही थे।
उन्होंने कहा कि अब तक जयराम ठाकुर उनके विधायक और सांसदों ने एक बार भी प्रधानमंत्री से हिमाचल के लिए इस आपदा के विशेष पैकेज नहीं मांगा है। उन्होंने कहा कि एक केंद्रीय मंत्री प्रदेश सरकार से शपथ पत्र मांग रहे हैं, तो जयराम ठाकुर प्रधानमंत्री का धन्यवाद करने का राग अलाप रहे हैं। सीएम ने कहा कि जिस दिन प्रधानमंत्री हिमाचल प्रदेश को आपदा से निपटने के लिए विशेष पैकेज देंगे, मैं उस दिन स्वयं दिल्ली जाकर उनका धन्यावाद करूंगा। जब दिया ही कुछ नहीं है, तो धन्यवाद किस बात का बनता है। उन्होंने कहा कि सरकार ने आपदा में पार्टी नहीं इंसानियत देखी। सरकार हर पीडि़त के साथ। हम लोगों की जान बचाने में लगे थे। भाजपा राजनीति करती रही। जयराम ठाकुर सत्र बुलाने का राग अलापते रहे। भाजपा विधायक तिरपाल के लिए अधिकारियों को डराते रहे। विधानसभा में संकल्प प्रस्ताव से कोई आर्थिक पैकेज नहीं मिलना था, लेकिन भाजपा इस संकल्प के साथ खड़ी नहीं हुई। उन्होंने कहा कि हमने योजनाओं के बजट में कटौती कर 16000 प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने का काम किया है। हम सत्ता में सुख भोगने नहीं व्यवस्था परिवर्तन को आए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को 75 हजार करोड़ रुपए के कर्ज के साथ दहेज में 25000 इंतकाल व इतनी ही निशानदेही के मामले मिले हैं।
सीएम ने कहा कि भाजपा चिंता न करे, आपदा प्रभावित कार्यक्रम का खर्चा सरकार नहीं कर रही है। यह सारे पंडाल दानी सज्जनों की मदद से लगे हैं। भाजपा शासनकाल में 36 करोड़ जनमंच के तंबू लगाने पर खर्चा किया गया और उसका कोई फायदा नहीं हुआ।