नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि वर्तमान कांग्रेस सरकार हर तरफ से तानाशाही की तरफ बढ़ती जा रही है। प्रदेश में नगर निगमों के मेयर और डिप्टी मेयर का अढ़ाई साल का कार्यकाल पूरा हो गया है, लेकिन सरकार चुनाव नहीं करवा रही है, जिस कारण बहुत से विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं। आपदा राहत और पुर्ननिर्माण और पुनर्वास के कार्यक्रमों में बहुत देरी हो रही है। इसके साथ ही नेता प्रतिपक्ष ने सरकार द्वार नगर निगमों, नगर पंचायतों को जारी किए गए धन की आधी राशि वापस मांगने पर सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि यह सही नहीं है। जो पैसे भेजे गए थे, उन पैसों से निर्धारित योजनाओं पर काम शुरू हो गए हैं। कुछ काम पूर्ण होने की कगार पर हैं, ऐसे में वह धनराशि वापस कहां से आएगी। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आपदा की वजह से प्रदेश भर में भारी नुक़सान हुआ है।
इस नुकसान से उबरने और लोगों को राहत पहुंचाने के लिए जिम्मेदार संस्थाओं का सुचारू रूप से कार्य करना अत्यंत आवश्यक है। ऐसे में जब मेयर और डिप्टी मेयर जैसे अहम पदों पर कोई नहीं होगा, तो राहत और पुनर्वास के काम प्रभावी तौर पर कैसे हो सकते हैं। जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के चार नगर निगम में मेयर व डिप्टी मेयर के चुनाव को सरकार जानबूझकर लटका रही है। सोलन, धर्मशाला, पालमपुर व मंडी नगर निगम में मेयर व डिप्टी मेयर के अढ़ाई वर्ष का कार्यकाल समाप्त होने की अधिसूचना 12 अक्तूबर को ही जारी की गई थी, जिससे सोलन, धर्मशाला, पालमपुर व मंडी नगर निगम में मेयर व डिप्टी मेयर के चुनाव होने हैं। सरकार जानबूझकर इस चुनाव को टाल रही है।