शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर की अध्यक्षता में इस सरकार की पहली कॅालेज कॉन्फ्रेंस राज्य सचिवालय के कांफ्रेंस हॉल में हुई है। इसमें राज्य के सभी डिग्री कॅालेज के प्रिंसिपल मौजूद थे। कॉन्फ्रेंस को सीपीएस एजुकेशन आशीष बुटेल और शिक्षा सचिव राकेश कंवर ने भी संबोधित किया है। इस कांफ्रेंस में सभी कॅालेज प्रिंसिपलों को शिक्षा की गुणवत्ता, रैंकिंग और प्लेसमेंट पर ध्यान देने को कहा गया है।
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने सभी कॅालेज प्रिंसिपलों से कहा कि उनके काम और परफॉर्मेंस के आधार पर अब कॅालेज की इंटरनल रैंकिंग भी होगी। यानी नैक ग्रेडिंग के अलावा एकेडमिक परफॉर्मेंस पर हिमाचल सरकार भी कॅालेज की रैंकिंग करेगी। राज्य में संजौली कॉलेज की तरह और कॅालेज ऑफ एक्सीलेंस खोले जाएंगे। राष्ट्रीय शिक्षा नीति में उच्च शिक्षा में जो बदलाव बताए गए हैं, उन पर कॅालेजों को जल्दी कदम उठाने के लिए कहा गया है। इस कांफ्रेंस का मुख्य उद्देश्य डिग्री कॉलेज में करियर काउंसलिंग पर फोकस करना और प्लेसमेंट सेल को एक्टिवेट करना भी था।
कॉन्फ्रेंस में संजौली और हमीरपुर डिग्री कॅालेज ने नैक रैंकिंग को लेकर प्रेजेंटेशन दी। कई अन्य डिग्री कॉलेज के प्रिंसिपलों ने उन्हें पेश आ रही समस्याओं की जानकारी भी कॉन्फ्रेंस में रखी। इस बैठक के दौरान रूसा स्कीम और मुख्यमंत्री ऋण योजना इत्यादि पर भी विस्तार से चर्चा हुई है।
गौरतलब है कि इससे पिछले दिन शिक्षा सचिव रोहित ठाकुर ने उच्च शिक्षा विभाग और प्रारंभिक शिक्षा विभाग के शिक्षा उपनिदेशकों तथा जिला प्लानिंग अफसर के साथ शिक्षा सचिव की बैठक बुलाई थी। इसमें शिक्षा मंत्री ने ऑनलाइन संबोधन किया था। इसके बाद फिर कॉलेज प्रिंसिपल कॉन्फ्रेंस शनिवार को की गई।