हिमाचल प्रदेश में अब प्रवासी मजदूरों के भी राशनकार्ड बनेंगे। राशनकार्ड बनवाने के लिए मजदूरों को श्रम विभाग के पोर्टल पर रजिस्टे्रशन करवानी पड़ेगी। फिर उन्हें संबंधित ग्राम पंचायत के सचिव या फिर विभागीय कार्यालय में आवेदन करना होगा। आवेदन प्राप्त होने के बाद विभाग की ओर से आवेदक प्रवासी मजदूरों का नया राशनकार्ड बनाया जाएगा, जिसके जरिए वे स्थानीय लोगों की तर्ज पर सस्ते राशन की सुविधा का लाभ उठा सकेंगे।
खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग बिलासपुर के जिला नियंत्रक ब्रिजेंद्र पठानिया ने बताया कि प्रदेश सरकार ने विभिन्न राज्यों से आए प्रवासी मजदूरों के राशनकार्ड बनाए जाने का निर्णय लिया है, जिसके लिए कवायद शुरू कर दी गई है। मजदूरों को ई-श्रम पोर्टल पर अपना पंजीकरण करवाना होगा और पंजीकृत होने के बाद खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग द्वारा उनका राशन कार्ड बनाया जाएगा। ब्रिजेंद्र पठानिया के अनुसार सरकार की इस पहल से प्रवासी मजदूरों को काफी सुविधा होगी। इस कार्य को अंजाम देने के लिए श्रम विभाग की भूमिका अहम रहेगी। आने वाले दिनों में श्रम विभाग की ओर से ई-श्रम पोर्टल पर प्रवासी मजदूरों को जोडऩे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। पूरा डाटा खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग को प्रेषित किया जाएगा।
अभी तक ऐसा था कि जिन प्रवासी मजदूरों के अपने राज्यों में राशनकार्ड बनवा रखे है, उन्हें वन नेशन वन राशनकार्ड के माध्यम से सस्ता राशन उपलब्ध करवाया जा रहा है। मजदूरों का आधारकार्ड से डाटा मैच करके डिपो से राशन मिल जाता था। नई व्यवस्था के तहत जिन मजदूरों का अपने राज्य में भी अभी तक राशनकार्ड नहीं बना है, उनका हिमाचल में ही बन जाएगा।