अलगावादी समर्थक आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड को लेकर भारत और कनाडा के बीच जारी कूटनीतिक विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। कनाडा सरकार ने शुक्रवार को कहा कि उसने भारत स्थित उच्चायोग से 41 राजनयिकों को हटा दिया है। वही, दोनों देशों के बीच जारी विवाद में अब अमेरिका भी कूद गया है। अमेरिका ने इस मामले में कनाडा का समर्थन करते हुए भारत से आग्रह किया कि कहा कि वह देश में ओटावा के अपने राजनयिक उपस्थिति को कम करने पर जोर न दे।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा कि भारत में अपनी राजनयिक उपस्थिति को काफी कम करने की कनाडा सरकार की मांग के जवाब में हम कनाडा के राजनयिकों के भारत से चले जाने से चिंतित हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने कनाडा द्वारा भारत पर लगाए गए आरोपों को गंभीरता से लेते हुए भारत को निज्जर हत्या मामले की जांच में सहयोग करने का आग्रह किया है।
मैथ्यू मिलर ने कहा कि आपसी मतभेदों को सुलझाने के लिए जमीनी स्तर पर राजनयिकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। हमने भारत सरकार से आग्रह किया है कि वह कनाडा की राजनयिक उपस्थिति में कमी पर जोर न दे और कनाडा में चल रही जांच में सहयोग करे। मालूम हो कि अमेरिकी विदेश विभाग का यह बयान इस मामले में वाशिंगटन द्वारा नई दिल्ली की अब तक की सबसे सीधी आलोचना है।
भारत और कनाडा में पिछले महीने से बहुत गहरा कूटनीतिक विवाद चल रहा है। यह विवाद पीएम जस्टिन ट्रूडो की तरफ से वहां की संसद में दिए गए एक सनसनीखेज बयान से पैदा हुआ है, जिसमें उन्होंने भारतीय एजेंटों पर कनाडाई नागरिक (अलगावादी समर्थक आतंकवादी) हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप लगाया था।