6 सालों से अधर में लटके हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के नर्सिंग कॉलेज मंडी के हॉस्टल का निर्माण कार्य बाद अब जाकर शुरू होने जा रहा है. वहीं, 6 साल पहले जहां ये हॉस्टल बिल्डिंग 5 करोड़ रुपए की लागत से बननी थी. वहीं, अब इसकी लागत बढ़ कर 8 करोड़ रुपए हो गई है.
करोड़ की लागत से बनेगा नर्सिंग हॉस्टल2017 में हुआ था शिलान्यास: गौरतलब है कि मई 2017 में तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने नर्सिंग कॉलेज मंडी के हॉस्टल के अतिरिक्त भवन का शिलान्यास किया था. इसका टेंडर जारी करके निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया गया था, लेकिन जहां पर हॉस्टल की बिल्डिंग बनाई जा रही थी, वहां पर एनजीटी के नियम फॉलो नहीं हो रहे थे. इसलिए उस दौरान एनजीटी ने यह हॉस्टल बिल्डिंग का निर्माण कार्य रुकवा दिया था
इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने हॉस्टल बिल्डिंग के लिए जमीन बदलने का प्रोसेस शुरू किया और मातृ एवं शिशु अस्पताल के साथ वाली जमीन को इसके लिए चिन्हित किया गया है. अब दोबारा से जब हॉस्टल बिल्डिंग का एस्टीमेट बनाया गया तो लागत सीधे तीन करोड़ और बढ़ गई. पहले जहां यह भवन 5 करोड़ में बनना था. वहीं, अब इसके लिए 8 करोड़ रुपए खर्च होंगे.
मंडी नर्सिंग कॉलेज हॉस्टल के लिए चयनित भूमि2150 स्क्वायर मीटर में बनेगा हॉस्टल: सीएमओ मंडी डॉ. नरेंद्र भारद्वाज ने बताया कि नर्सिंग कॉलेज मंडी के साथ ही हॉस्टल के लिए जमीन का चयन करने के बाद नया एस्टीमेट बना दिया गया है. जल्द ही बाकि बची औपचारिकताओं को भी पूरा कर लिया जाएगा और फिर निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि यह नर्सिंग हॉस्टल 2150 स्क्वायर मीटर में बनाया जा रहा है. जिसमें बेसमेंट सहित दो मंजिला बिल्डिंग बनकर तैयार होगी. इस हॉस्टल को बनाने के लिए लोक निर्माण विभाग ने 8 करोड़ का रिवाइज्ड एस्टीमेट दिया है, जिसमें 90 छात्राओं के रहने की व्यवस्था होगी.