पिछले कई दिनों से जिला परिषद कैडर कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं. कर्मचारियों का आरोप है कि राज्य सरकार उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दे रही है. ऐसे में ये कर्मचारी अब आर-पार की लड़ाई के मूड में दिख कर रहे हैं. हड़ताल कर्मियों का कहना है कि चाहे सरकार उनको निष्कासित कर दे, लेकिन वे हड़ताल से पीछे नहीं हटेंगे.
जिला परिषद कैडर अधिकारी व कर्मचारी महासंघ के मुख्य सलाहकार अमित जसरोटिया ने कहा अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर डटे जिला परिषद कैडर कर्मचारी निष्कासन को भी तैयार है, लेकिन जब तक सरकार उनकी मांगे नहीं मानती हैं, तब तक हड़ताल से पीछे नहीं हटेंगे. जसरोटिया ने कहा महासंघ की हड़ताल पिछले से 20 दिनों से जारी है, लेकिन सरकार के साथ हुई वार्ता विफल रही.उन्होंने कहा अब वह पूरे प्रदेश में कर्मचारियों से मिलकर आगामी रणनीति तैयार कर रहे हैं. सरकार यदि उनकी मांगों को नहीं मानती है तो वह भूख हड़ताल से भी गुरेज नहीं करेंगे. इतना ही नहीं यदि सरकार कर्मचारी को निष्कासन का डर देकर डराना चाहती है तो, कर्मचारी निष्कासन को भी तैयार है.
अमित जसरोटिया ने कहा अपनी मांगों को मनवाने के लिए यदि सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरने की नौबत आती है तो, महासंघ उसके लिए भी तैयार है. अमित ने कहा आज वह मंडी ब्लॉक के कर्मचारियों के साथ वार्ता करने यहां पहुंचे हैं. आज 20वें दिन भी कर्मचारियों की हड़ताल जारी है, लेकिन सरकार से कोई भी आश्वासन न मिलने पर महासंघ के कर्मचारी खफा हैं.बता दें कि जिला परिषद कैडर अधिकारी व कर्मचारी महासंघ की हड़ताल 20वें दिन भी जारी है। महासंघ की इस हड़ताल को विभिन्न संस्थाओं व नेताओं का भी समर्थन मिल रहा है। हड़ताल पर बैठे इन कर्मचारियों का कहना है कि सरकार इनका किसी भी विभाग में विलय करें, ताकि इन्हें भी अन्य कर्मचारियों के तरह मिलने वाले वित्तीय लाभ मिल सके.