हिमाचल प्रदाश के शिमला जिले के ठियोग उपमंडल के तहत चार युवाओं द्वारा डाक विभाग में फर्जी प्रमाण पत्रों पर ली नौकरी लेने का मामला सामने आया है। मामले की शिकायत डाक विभाग के इंस्पेक्टर ने पुलिस के पास दर्ज करवाई है। विभाग की जांच में पता चला है कि आरोपियों ने ग्रामीण डाक सेवक के पद नौकरी के लिए फर्जी प्रमाण पत्र बनाकर विभाग को दे दिए है।
डाक विभाग द्वारा जब सत्यापन के लिए प्रमाण पत्र भेजे गए तो प्रयागराज और जम्मू कश्मीर के शिक्षा विभाग द्वारा प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए है। डाक विभाग के निरीक्षक ने चारों ग्रामिण डाक सेवकों के खिलाफ पुलिस के पास शिकायत दर्ज करवाई है। जानकारी के अनुसार डाक विभाग के इंस्पेक्टर ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया है कि 31 दिसंबर 2021 को ग्रामीण डाक सेवक के रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया आयोजित की गई थी। शिकायतकत्र्ता का आरोप है कि भर्ती प्रक्रिया के दौरान चार ग्रामीण डाक सेवकों के दस्तावेजों का सत्यापन करने पर उक्त दस्तावेज फर्जी पाए गए। दस्तावेजों की फर्जी पाए जाने की पुष्टि कार्यालय अपर सचिव, माध्यमिक शिक्षा परिषद, क्षेत्रीय कार्यालय प्रयागराज द्वारा और संयुक्त सचिव (जेडी) जम्मू कश्मीर स्कूल द्वारा की गई है।
डाक विभाग में फर्जी प्रमाण पत्रों पर नौकरी लेने वाले आरोपियों में सुशील निवासी गांव ढाणी लखजी तेहसील ऐलनाबाद जिला सिरसा हरियाणा को सहायक शाखा पोस्टमास्टर, शाखा डाकघर मधाना नेरवा और साहिल कुमार निवासी गांव मिर्च तहसील व जिला चरखी दादरी हरियाणा को सहायक शाखा पोस्टमास्टर, शाखा डाकघर गुम्मा कोटखाई, राकेश निवासी गांव धनाना तहसील भिवानी जिला-भिवानी हरियाणा सहायक शाखा पोस्टमास्टर शाखा डाकघर नागन कोटखाई और कर्मवीर निवासी गांव जुलेहरा, डाकघर फुलियांकलां, तहसील-नरवाना, जिला-जींद हरियाणा को सहायक शाखा पोस्टमास्टर शाखा डाकघर महासू कोटखाई शामलि हैं। उपरोक्त चार चयनित उम्मीदवारों ने फर्जी दस्तावेज दिए हैं और इस संबंध में चारों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी का मामला दर्ज किया गया है। उधर, डीएसपी ठियोग सिद्धार्थ शर्मा का कहना है कि पुलिस ने डाक विभाग निरिक्षक की शिकायत के आधार पर फर्जी दस्तावेजों पर ग्रामीण डाक सेवक की नौकरी लेने वाले चारों आरोपियों के खिलाफ 420, 465, 468, 471 आईपीसी के तहत केस दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।