हिमाचल प्रदेश के पांच शक्तिपीठों में आश्विन नवरात्र मेले के तीसरे दिन मंगलवार को 75200 श्रद्धालुओं ने मां के चरणों में शीश नवाया। प्रदेश के पांच शक्तिपीठों चिंतपूर्णी, ज्वालाजी, नयनादेवी, बज्रेश्वरी देवी व चामुंडा देवी मंदिर में दिनभर भक्तों की रौनकें रही। आश्विन नवरात्र मेले के दूसरे दिन प्रदेश के चार शक्तिपीठों में मां के चरणों में भक्तों ने 24 लाख 57 हजार 918 रुपए का नकद चढ़ावा चढ़ाया है। वहीं, 19 ग्राम सोना और दो किलो 823 ग्राम चांदी चढ़ावे के रूप में अर्पित की गई। ऊना जिला के उपायुक्त राघव शर्मा ने बताया कि चिंतपूर्णी मंदिर में नवरात्र मेले के तीसरे दिन करीब 17 हजार श्रद्धालुओं ने शीश नवाया है। दूसरे नवरात्र पर मंदिर न्यास को आठ लाख छह हजार 543 रुपए नकद चढ़ावा, 12 ग्राम सोना और 625 ग्राम चांदी चढ़ावे के रूप में प्राप्त हुई है।
वहीं, नयनादेवी मंदिर में तीसरे नवरात्र 24 हजार श्रद्धालुओं ने माथा टेका। मंदिर अधिकारी विपिन ठाकुर ने बताया कि नवरात्र मेले के दूसरे दिन मंदिर न्यास को आठ लाख 13 हजार 484 रुपए का नकद चढ़ावा और सात ग्राम सोना और एक किलो 708 ग्राम चांदी चढ़ावे के रूप में प्राप्त हुई है। ज्वालाजी मंदिर में 16 हजार श्रद्धालुओं ने माथा टेका। मंदिर अधिकारी अनिल ने बताया कि नवरात्र मेले के दूसरे दिन मंदिर न्यास को पांच लाख 39 हजार 882 रुपए का नकद चढ़ावा और 490 ग्राम चांदी चढ़ावे के रूप में प्राप्त हुई है। इसके अलावा कांगड़ा स्थित बज्रेश्वरी देवी मंदिर में नौ हजार श्रद्धालुओं ने माथा टेका। मंदिर अधिकारी नीलम राणा ने बताया कि नवरात्र मेले के दूसरे दिन दो लाख 98 हजार रुपए नकद चढ़ावा चढ़ाया है। चामुंडा देवी मंदिर में तीसरे नवरात्र पर 9200 भक्तों ने शीश नवाया।