हायर एजुकेशन में लीडिंग, अरनी यूनिवर्सिटी (एयू) सॉफ्ट स्किल्स और अत्याधुनिक कोर्स पर ध्यान देने के साथ इनोवेटिव लर्निंग टेक्निक्स के कॉम्बिनेशन से हिमाचल प्रदेश और उत्तरी भारत में हलचल पैदा कर रही है। वहीं एयू न केवल हिमाचल प्रदेश से बल्कि उत्तरी भारत के विभिन्न हिस्सों के छात्रों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है, जिससे छात्र एनरोलमेंट में शानदार वृद्धि हुई है। कुछ वर्षों के भीतर वर्तमान एकेडमिक सेशन में छात्रों की संख्या शुरू में दो सौ से बढक़र दो हजार हो गई है। अरनी यूनिवर्सिटी ने अपनी स्टूडेंट्स पॉपुलेशन में आश्चर्यजनक वृद्धि देखी है। 2009 में जब इसे विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) से मान्यता प्राप्त हुई, तो संस्थान में दो सौ छात्र थे। 2023 तक तेजी से आगे बढ़ते हुए, प्रत्येक गुजरते एकेडमिक सेशन में उल्लेखनीय वृद्धि के साथ, यह संख्या बढक़र 2000 तक पहुंच गई है। इस तीव्र वृद्धि का श्रेय इनोवेटिव लर्निंग टेक्निक्स के प्रति एयू की प्रतिबद्धता, सॉफ्ट स्किल्स डिवेलपमेंट पर मजबूत फोकस और न्यू एज के कोर्स और प्रोग्राम की शुरुआत को दिया जा सकता है।
एयू ने हिमाचल प्रदेश और उसके बाहर हायर एजुकेशन के परिदृश्य को फिर से परिभाषित किया है। अरनी यूनिवर्सिटी के चांसलर विवेक सिंह ने कहा कि एयू में उन्होंने हमेशा इनोवेशन की शक्ति में विश्वास किया है। प्रोग्राम और कोर्स की एक विविध श्रृंखला प्रदान करने, इंटरडिसिप्लिनरी एजुकेशन को बढ़ावा देने और सॉफ्ट स्किल और पर्सनैलिटी डिवेलपमेंट पर ध्यान केंद्रित करने के लिए हमारी प्रतिबद्धता है। हम यह देखकर रोमांचित हैं कि पूरे प्रदेश और उत्तरी भारत के छात्र हमारे द्वारा प्रदान किए जाने वाले वैल्यू को पहचान रहे हैं। यूनिवर्सिटी का विजन स्किल कॉन्प्रीहेंसिव हायर एजुकेशन इसके दूरदर्शी दृष्टिकोण का प्रमाण है।