भारत और श्रीलंका आपस में डिजिटल पेमेंट को लेकर काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत के यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) और ‘लंका-पे’ के बीच एक लिंकेज पर काम हो रहा है। भारत और श्रीलंका के बीच तमिलनाडु के नागपट्टिनम से फेरी सर्विस की शुरुआत हुई है। यह नागपट्टिनम से श्रीलंका के कांकेसंथुराई के बीच चलेगी। इसी मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संबोधित कर रहे थे।
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांता दास ने 10 अगस्त की मॉनिटरी कमेटी की बैठक के बाद हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि यूपीआई को इंटरनेशनल लेवल पर ले जाने को लेकर काम किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यूरोप के कई देशों के साथ-साथ जापान ने इसमें रुचि दिखाई है। अभी तक भारत ने अपने यूपीआई को सिंगापुर के साथ जोड़ा है और संयुक्त अरब अमीरात के साथ यूपीआई को वहां इंटीग्रेटेड पेमेंट प्लेटफॉर्म से जोड़ने के लिए एक समझौता किया है।
पीएम ने कहा कि कनेक्टिविटी के लिए हमारा दृष्टिकोण ट्रांसपोर्ट सेक्टर से आगे का है। उन्होंने कहा कि भारत और श्रीलंका फिनटेक और ऊर्जा जैसे कई क्षेत्रों में बहुत करीब से सहयोग कर रहे हैं। यूपीआई की वजह से भारत में डिजिटल पेमेंट एक जन आंदोलन और जीवन का एक तरीका बन गया है। भारत सरकार ने अप्रैल 2016 में यूपीआई को लॉन्च किया था, जो पेमेंट का अब मुख्य जरिया बन चुका है। पीडब्ल्यूसी डेटा पर आधारित रिजर्व बैंक के जून 2023 बुलेटिन के मुताबिक अगले पांच साल में रिटेल डिजिटल ट्रांजेक्शन वॉल्यूम में 90 फीसदी हिस्सेदारी यूपीआई की रहने की उम्मीद है।