गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए कांग्रेस और दिग्विजय सिंह पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि हमास और पीएफआई तो बहाना है कांग्रेस को आतंकियों को बचाना है। हमास ने जब इजरायल पर आक्रमण किया तब इनमें से किसी का एक शब्द नहीं निकला है। जो मामला अदालत में हो उसे दिग्विजय सिंह कैसे क्लीन चिट दे सकते हैं। खरगे जी, राहुल जी और प्रियंका जी को ये स्पष्ट करना चाहिए की क्या वो दिग्विजय सिंह के बयान से संतुष्ट हैं। कमलनाथ जी अभी तक क्यों शांत हैं समझ नहीं आता, उन्हें साफ करना चाहिए कि क्या वो दिग्विजय के बयान से ताल्लुक रखते हैं। दिग्विजय सिंह कांग्रेस का बंटाधार करके ही मानेंगे।
मिश्रा ने कहा कि ऐसा पहली बार नहीं है जब भी ऐसे विषय आते हैं, दिग्विजय सिंह हमेशा फ्रंटलाइन में खड़े दिखते हैं। ये गाय पर सवाल उठा देते हैं, पर क्या कभी बकरी पर सवाल उठाते हैं क्या। ये केवल तुष्टीकरण करते हैं जाकिर नाइक को शांतिदूत और ओसामा जी कहते हैं। आतंकियों की मौत पर आंसू बहाते हैं। मुस्लिमों को डर दिखाकर इकट्ठा करो और हिंदू को जातियों में बांटो की दोमुंही राजनीति करते हैं। कांग्रेस का यही फसाना है आग भी लगाना है और आंसू भी बहाना है। ये वही दिग्विजय सिंह हैं जो कहते हैं कि केंद्र में सरकार बनने पर 370 फिर से लगाएंगे। ये किस आधार पर कहते हैं कि पीएफआई के 97 फीसदी लोग निर्दोष हैं जबकि पीएफआई घोषित आतंकी संगठन है।