इजरायल से भारतीयों को निकालन के लिए भारत सरकार का ऑपरेशन अजय शुरू हो चुका है. इस ऑपरेशन के तहत 212 भारतीय नागरिकों को लेकर इजरायल के बेन गुरियन एयरपोर्ट से पहला विमान दिल्ली पहुंच गया है. एयर इंडिया की फ्लाइट 1140 दिल्ली आईजीआई एयरपोर्ट पर सुबह 5 बजकर 54 पर लैंड हुई. सभी यात्रियों को सुरक्षित स्वदेश लाया गया है. एयरपोर्ट पर केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने लोगों का स्वागत किया और उनका हाल-चाल जाना है.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि हमारी प्राथमिकता इजरायल में फंसे सभी भारतीयों को सकुशल वापस लाने की है. जो लोग वतन लौटना चाहते हैं. जैसे-जैसे भारतीयों का लौटने का आग्रह मिलता रहेगा उसी हिसाब से फ्लाइट शेड्यूल कर दी जाएगी. मंत्रालय ने कहा कि भारतीयों की वापसी को सुविधाजनक बनाने के लिए ‘ऑपरेशन अजय’ शुरू किया गया है जो स्वदेश लौटना चाहते हैं.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि अभी एयर इंडिया का विमान 212 भारतीयों के पहले जत्थे को लेकर दिल्ली पहुंचा है. हम स्थिति पर करीब से नजर बनाए हुए हैं.’ उन्होंने कहा कि लगभग 18,000 भारतीय वर्तमान में इजराइल में रह रहे हैं, जबकि लगभग 12 लोग वेस्ट बैंक में और तीन-चार लोग गाजा में हैं.
हमास के हमलों में केरल के एक भारतीय देखभालकर्ता के घायल होने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “हम उस मामले से अवगत हैं. वह व्यक्ति अस्पताल में है और उसकी हालत में सुधार हो रहा है”. बागची ने कहा कि भारतीयों को वापस लाने के लिए और अधिक चार्टर्ड उड़ानों की व्यवस्था की जाएगी. साथ ही उन्होंने कहा कि यह घर लौटने की इच्छा व्यक्त करने वाले लोगों की संख्या पर निर्भर करेगा. जो लोग लौट रहे हैं उन्हें कोई किराया नहीं देना होगा और सरकार उनकी वापसी का खर्च वहन कर रही है.
सैन्य अधिकारियों ने कहा कि भारतीय वायुसेना ने इजराइल से भारतीयों को वापस लाने के लिए किसी भी संभावित कदम के वास्ते अपने परिवहन विमान को तैयार रखा है. तेल अवीव से ‘ऑपरेशन अजय’ के तहत संचालित होने वाली विशेष उड़ान में चढ़ने के लिए एयरपोर्ट पर छात्रों सहित भारतीयों की लंबी कतार दिखी. इजराइल में एक छात्र शुभम कुमार ने कहा, ‘हम भारत के आभारी हैं. अधिकतर छात्र थोड़ा घबरा गए. अचानक हमने भारतीय दूतावास के माध्यम से प्रत्येक भारतीय नागरिक के लिए कुछ अधिसूचना और लिंक देखे, जिससे हमारा मनोबल बढ़ा. हमें लगा जैसे भारतीय दूतावास जुड़ा हुआ है और हमारे साथ है, जो हमारे लिए एक तरह की राहत थी. फिर हमें सभी व्यवस्थाएं मिल गईं.’
युद्ध के छठे दिन इजराइली सेना ने कहा कि इजराइल में 222 सैनिकों सहित 1,300 से अधिक लोग मारे गए हैं. मिस्र और सीरिया के साथ 1973 में हफ्तों तक चले युद्ध के बाद इतनी बड़ी संख्या में लोगों की मौत नहीं देखी गई. वहां के अधिकारियों के अनुसार, हमास शासित गाजा पट्टी में महिलाओं और बच्चों सहित कम से कम 1,417 लोग मारे गए हैं.