हिमाचल प्रदेश में इलेक्ट्रिक गाड़ियों के लिए चार्जिंग स्टेशन का नेटवर्क तैयार किया जा रहा है। इसके तहत प्रदेश में 54 पेट्रोल पंपों पर भी चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जाएंगे। परिवहन विभाग की ओर से 54 चार्जिंग स्टेशन चिन्हित कर लिए गए हैं। यहां पर चार्जिंग स्टेशन भारत सरकार के पेट्रोलियम मंत्रालय की ओर से स्थापित किए जाएंगे। पेट्रोल पंपों के अलावा प्रदेश में 81 अन्य साइटों पर चार्जिंग स्टेशन स्थापित होंगे। इसके लिए परिवहन विभाग ने साइट फाइनल कर दी है। कुल मिलाकर 135 स्थानों पर चार्जिंग स्टेशन स्थापित होंगे। ऐसे में इलेक्ट्रिक वाहन मालिकों को प्रदेश में वाहन चार्ज करने में परेशानी नहीं आएगी। इलेक्ट्रिक वाहनों को भी पेट्रोल भरवाने की तरह जगह-जगह चार्जिंग की सुविधा मिलेगी। इसके लिए विभाग ने कुल 135 चार्जिंग स्टेशनों के लिए जगह चिन्हित की है।
छह ग्रीन कॉरिडोर में यह चार्जिंग स्टेशन स्थापित होंगे। इसमें परवाणू-ऊना-नूरपुर मार्ग, पांवटा-सोलन-शिमला सडक़, परवाणू-शिमला-रिकांगपिओ -ताबो, मंडी-पालमपुर-पठानकोट और कीरतपुर-मंडी-केलांग मार्ग पर यह चार्जिंग स्टेशन स्थापित होंगे। इन चार्जिंग स्टेशनों स्थापित करने की लिए परिवहन विभाग आगामी प्रक्रिया पूरी कर रहा है। आगामी प्रकिया पूरी करने के बाद जल्द ही आने वाले समय में इस काम भी शुरू होगा।
प्रदेश में इलेक्ट्रिक गाड़ियों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। परिवहन विभाग में 2502 इलेक्ट्रिक गाड़ियां रजिस्ट्रड है। सितंबर माह में 79 नई गाडिय़ां इनमें शामिल हुई है। इलेक्ट्रिक गाड़ियों में सबसे अधिक 1896 बाइक व स्कूटर है। इसके अतिरिक्त 174 मोटर कार, 87 इलेक्ट्रिक बसें व अन्य इलेक्ट्रिक वाहन हैं। प्रदेश में धीरे-धीरे इलेक्ट्रिक वाहनों का प्रचलन बढ़ने लगा है। परिवहन विभाग के पास अपनी 19 इलेक्ट्रिक गाड़ियां हैं, जिनका प्रयोग विभाग के अधिकारी व कर्मचारी कर रहे हैं। एचआरटीसी इलेक्ट्रिक बसें और टैक्सियां है। प्रदेश भर इलेक्ट्रिक चर्जिंग स्टेशन स्थापित होने के बाद निगम की इलेक्ट्रिक बसें भी लांग रूटों पर भी चल सकेगी।