फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास द्वारा इजरायल पर किए गए हमलों में 10 नेपाली हिंदू छात्र मारे गए हैं. तेल अवीव में नेपाल के दूतावास ने रविवार को एक बयान जारी करते हुए कहा कि हमास के हमले के बाद मारे गए लोगों में नेपाल के 10 छात्र भी शामिल थे.
बता दें कि हमास द्वारा 17 नेपाली छात्रों का अपहरण किया गया था, जिनमें से 10 को आतंकियों ने मौत के घाट उतार दिया, जबकि 4 छात्रों का अस्पताल में इलाज चल रहा है, 2 छात्रों को सुरक्षित बचा लिया गया है. वहीं एक छात्र अभी भी लापता है.
नेपाल के अलावा, थाईलैंड का कहना है कि उसके 12 नागरिकों की इजरायल में हत्या कर दी गई है, जबकि 11 अन्य का अपहरण कर लिया गया है.
वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने बताया कि इजराइल में 2 यूक्रेनी नागरिकों की मृत्यु हो गई है और 100 से अधिक नागरिकों ने देश के दूतावास से संपर्क किया है. यूक्रेन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ओलेग निकोलेंको ने कहा कि दोनों नागरिक लंबे समय से इजरायल में रह रहे थे.
इसके साथ ही, फ्रांस के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ऐनी-क्लेयर लीजेंड्रे ने पुष्टि की है कि इजराइल में एक फ्रांसीसी नागरिक की मौत हो गई है जबकि कई अन्य लापता हैं.
ब्रिटेन के अनुसार, इजरायली सेना में कार्य करने वाले एक व्यक्ति की गाजा सीमा पर मौत हो गई और एक अन्य ब्रिटिश नागरिक लापता है. इजरायली मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नैथनेल यंग उन कई इजरायली सैनिकों में से एक थे जो हमले के दौरान मारे गए.
अमेरिका में मौजूद इजरायली राजदूत माइकल ने कहा कि हमास ने इजरायल से जिन लोगों को बंधक बनाया है उनमें अज्ञात संख्या में अमेरिकी शामिल हैं.
वहीं, एक रिपोर्ट के अनुसार जर्मन विदेश मंत्रालय ने पीड़ितों की संख्या बताए बिना कहा गया है कि आतंकवादियों द्वारा अपहरण किए गए लोगों में कई जर्मन नागरिक भी शामिल हैं.
बात करें भारतीय नागरिकों की तो अब तक भारतीय नागरिकों से जुड़ी कोई अप्रिय घटना सामने नहीं आई है. इजरायल में फंसे भारतीयों पर विदेश मंत्रालय लगातार नजर बनाए हुए है.