प्रदेश में आए दिन अलगावाद से जुड़ी धमकियां देखने को मिल रही हैं. इसी बीच प्रदेश के धर्मशाला में आईपीएच सर्किल कार्यालय की दीवारों पर अलगावादी नारे लिखने से क्षेत्र के लोगों में हडक़ंप मच गया है. आईपीएच सर्किल कार्यालय धर्मशाला की दीवारों पर लिखे गए इन अलगावाद के नारों का मामला सामने आने के बाद आरोपियों को पकडऩे के लिए पुलिस की एसआईटी गठित की गई है. पुलिस आरोपियों की धरपकड़ के लिए क्षेत्र के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल रही ह. घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद दो संदिग्धों की पहचान की गई है. फुटेज में ऐसा देखा गया है कि संदिग्धों ने नारा लिखने के बाद उसकी तस्वीरें भी खींची हैं.
इस घटना के बाद खुफिया एजेंसियां भी सक्रिय हो गई हैं. वहीं, डीजीपी संजय कुंडू ने भी सैन्य खुफियाद तंत्र, आईबी और सीआईडी के अधिकारियों की बैठक बुलाई है. मंगलवार देर रात आईपीएच सर्किल कार्यालय धर्मशाला के पास एक चित्र पाया गया, जिसमें दीवार पर काले रंग से ‘अलगावाद जिंदाबाद’ का नारा लिखा हुआ था. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में गुरपतवंत सिंह पन्नू का संदेश वायरल हो रहा है, जिसमें पन्नू कह रहा है कि ‘हिमाचल प्रदेश बनेगा अलगावाद’ और कनाडा में निज्जर की हत्या का बदला लेने के लिए धर्मशाला में अलगावाद समर्थक चित्र और झंडे भी बनाए गए हैं.
इससे पहले भी बीते वर्ष आठ मई, 2022 में धर्मशाला के तपोवन में विधानसभा भवन के बाहर अलगावादी झंडे लगाए गए थे. इसमें पंजाब से अरोपी स्कूटर पर धर्मशाला आए थे और एक होटल में रूकने के बाद विधानसभा भवन के बाहर अलगावादी झंडे लगाकर फरार हो गए थे. हालांकि पुलिस की एसआईटी ने कुछ दिनों बाद ही पंजाब के मोरिंड से हरवीर सिंह और चमकौर साहिब के पास सैदपुर इलाके से परमजीत सिंह पम्मा को गिरफ्तार किया था. उसके बाद अब फिर से धर्मशाला में धर्मशाला में दीवारों पर अलगावादी नारे लिखने का मामला सामने आया है। इसमें दो आरोपियों की पहचान सीसीटीवी फुटेज में हुई है.