अमेरिका के हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव ने रिपब्लिकन पार्टी के नेता और यूएस हाउस स्पीकर कैविन मैक्कार्थी को स्पीकर के पद से हटा दिया है। कैविन को पद से हटाने के लिए संसद में बाकायदा वोटिंग की गई थी। इसमें स्पीकर के खिलाफ मतदान किया गया। इससे यह स्पष्ट हो रहा है कि रिपब्लिकन पार्टी के भीतर ही अंदरूनी कलह है। वोटिंग के दौरान मैक्कार्थी के समर्थन में 216 और उनके विरोध में 210 वोट डले। इसके बाद स्पीकर मैक्कार्थी को हटा दिया गया। अमेरिका के 234 साल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब स्पीकर को ही हटा दिया गया हो।
जानकारी के अनुसार रिपब्लिकन नेता केविन मैक्कार्थी को अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के स्पीकर पद से हटा दिया गया। अमेरिकी संसद कांग्रेस के निचले सदन यानी प्रतिनिधि सभा में केविन मैक्कार्थी को स्पीकर पद से हटाने को लेकर मतदान हुआ। मैक्कार्थी के खिलाफ ये प्रस्ताव 216-210 वोटों के अंतर से पास हुआ। अब नया स्पीकर कौन होगा, यह अभी तय नहीं हो पाया है।
दरअसल, अमेरिका में शटडाउन को टालने के लिए फंडिंग बिल लाया गया था। प्रतिनिधि सभा से इसे पास कराने में कैविन मैक्कार्थी ने अहम भूमिका निभाई थी। इसके चलते रिपब्लिकन सांसद उनसे नाराज थे। ऐसे में उन्होंने अपनी ही पार्टी के नेता के खिलाफ प्रस्ताव लाने का फैसला किया। अमेरिका के प्रतिनिधि सभा में रिपब्लिकन पार्टी को बहुमत हासिल है। इसी के साथ केविन मैक्कार्थी सिर्फ 269 दिन तक हाउस स्पीकर रहे। उन्होंने 7 जनवरी 2023 को इस पद को संभाला था। अमेरिका के इतिहास में किसी स्पीकर का यह दूसरा सबसे छोटा कार्यकाल है। अब अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से पहले मैक्कार्थी की जगह लेने के लिए स्पीकर का चुनाव होगा।
स्पीकर पद से हटने के बाद मैक्कार्थी ने कहा, मैं सदन में अध्यक्ष पद के लिए फिर से चुनाव लड़ने की कोशिश नहीं करूंगा। मैं आज हार गया, लेकिन मैंने उस चीज के लिए लड़ाई लड़ी है, जिसमें मैं विश्वास करता हूं। मैं अमेरिका में विश्वास करता हूं. सेवा करना सम्मान की बात है।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन-पियरे ने कहा है, कि राष्ट्रपति जो बाइडेन को उम्मीद है कि सदन जल्द ही नए स्पीकर का चयन होगा। उन्होंने कहा कि ‘हमारे देश के सामने आने वाली तत्काल चुनौतियां इंतजार नहीं करेंगी’। जीन-पियरे ने कहा, कि ‘अमेरिकी लोग ऐसे नेतृत्व के पात्र हैं, जो उनके जीवन को प्रभावित करने वाले मुद्दों को सामने और केंद्र में रखता है।’