अमेरिका में 2024 के राष्ट्रपति चुनाव के लिए प्रबल उम्मीदवार के तौर पर उभर रहे पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को बड़ा झटका लगा है। ट्रंप पर झूठ बोलकर एक अरब डॉलर जुटाने और बचाने के आरोप वाले मुकदमे की सोमवार को मैनहटन कोर्ट में सुनवाई शुरू हो गई।
सुनवाई के समय ट्रंप कोर्ट रूम में मौजूद थे और उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों को सुना। सरकार की ओर से ट्रंप पर यह आरोप महाधिवक्ता लेटीशिया जेम्स ने लगाया है। ट्रंप ने इन आरोपों को झूठा बताते हुए इसे साजिश करार दिया है। महाधिवक्ता की ओर से दायर याचिका में कहा गया है कि ट्रंप ने 2011 से 2021 के बीच गलत जानकारी देकर बैंकों से कर्ज लिए और बीमा की कम धनराशि की किस्तें भरीं।
जेम्स ने याचिका में कोर्ट से डोनाल्ड ट्रंप पर 25 करोड़ डालर का अर्थदंड लगाने के साथ ही ट्रंप और उनके बेटों-डोनाल्ड जूनियर और एरिक के कारोबार करने पर स्थायी प्रतिबंध लगाने की मांग की है। याचिका में ट्रंप आर्गनाइजेशन पर न्यूयार्क में जायदाद संबंधी कारोबार करने पर पांच वर्ष का प्रतिबंध लगाने की भी मांग की गई है। ट्रंप पर राष्ट्रपति के कार्यकाल के दौरान टैक्स न चुकाने का भी आरोप है।
कोर्ट में ट्रंप की ओर से उनका पक्ष रखते हुए अधिवक्ता क्रिस्टोफर कीज ने कहा, ट्रंप और ट्रंप आर्गनाइजेशन के आर्थिक मामले पूरी तरह से सही और विधि सम्मत हैं। ट्रंप आर्गनाइजेशन विश्व के सबसे ज्यादा सफल ब्रांडों में शामिल है। उसने कहीं पर भी घोटाला नहीं किया है। यह मुकदमा उसे बदनाम करने की साजिश है।