संयुक्त राष्ट्र में ईरान के राजदूत अमीर सईद इरावानी ने चेतावनी दी है कि उनका देश उसके खिलाफ इजराइल के किसी भी खतरे या गैरकानूनी कृत्य का निर्णायक जवाब देगा. इरावानी ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस और UNSC के अध्यक्ष फेरिट होक्सा को लिखी एक चिट्ठी में इजराइली खुफिया एजेंसी मोसाद के प्रमुख डेविड बार्निया के हालिया बयानों पर अपनी प्रतिक्रिया दी. बर्निया ने हाल ही में ईरान पर कुछ बेहद गंभीर आरोप लगाए थे और कहा था कि अगर इजराइल के किसी भी शख्स को नुकसान पहुंचा तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
बार्निया ने कहा था, ‘पिछले साल इजराइल के खिलाफ ईरान की तरफ से 20 से अधिक हमलों का निर्देश दिया गया था. अगर ऐसे हमलों में किसी भी इजरायली या यहूदी को नुकसान होगा, तो ईरानियों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई की जाएगी.’ इरावानी ने बार्निया के दावों की निंदा करते हुए इसे “निराधार” बताया और कहा कि ये भड़काऊ बयान अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर का घोर उल्लंघन हैं. उन्होंने कहा कि ईरान उसके खिलाफ इजराइल के किसी भी खतरे और अवैध कृत्य का निर्णायक जवाब देने के लिए अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर के आधार पर तैयार है.
इरावानी ने दोहराया कि ईरान अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा और हितों की रक्षा और अपने लोगों की रक्षा के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगा. ईरानी दूत ने UNSC से इजराइल की ‘शत्रुतापूर्ण बयानबाजी और विनाशकारी गतिविधियों’ की निंदा करने का भी आह्वान किया. इस बीच ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी ने कहा है कि परमाणु कार्यक्रम और बैलिस्टिक मिसाइल बनाने को लेकर ईरान पर लगाए गए प्रतिबंध बरकरार रहेंगे. ईरान और पश्चिमी देशों के बीच हुए परमाणु समझौते, जो कि अब खत्म हो चुका है, के तहत लागू की गई ये पाबंदियां टाइम टेबल के मुताबिक अक्टूबर में खत्म होनी थी.