प्रदेश के लोगों को परिवहन विभाग की योजनाओं की जानकारी एक ही फोन कॉल पर मिलेगी। परिवहन निदेशालय में लोगों की सहायता के लिए जल्द ही हेल्प डेस्क शुरू होने वाला है। परिवहन निदेशालय ने हेल्प डेस्क स्थापित करने के लिए तैयारियां शुरू कर दी है। इसी महीने निदेशालय में हेल्प डेस्क स्थापित कर लिया जाएगा। परिवहन विभाग की ओर से एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया जाएगा। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि हेल्प डेस्क के माध्यम से न सिर्फ परिवहन विभाग की योजनाओं की जानकारी प्राप्त होगी, बल्कि लोगों की समस्याओं का समाधान भी हेल्प डेस्क के माध्यम से किया जाएगा। परिवहन विभाग की ओर से विभिन्न प्रकार की योजनाएं लोगों की सुविधा के लिए चलाई जा रही हैं।
इनमें गाडिय़ों के परमिट को ऑनलाइन आवेदन, एआईटीपी ऑथोराइजेशन, ड्राइविंग लाइसेंस की सुविधा, टोकन टैक्स, एसआरटी टैक्स और वाहनों से संबंधित विभिन्न प्रकार की सेवाएं प्रदान की जाती है। परिवहन विभाग के अलावा एचआरटीसी में भी हेल्प डेस्क स्थापित होगा। एचआरटीसी में 1100 नंबर पर ही लोग अपनी समस्याओं का समाधान प्राप्त करेंगे। 1100 नंबर पर एचआरटीसी से संबंधित शिकायतों के लिए समाधान के लिए की जाने वाली कॉल हेल्प डेस्क को हस्तांतिरत हो जाएगी।
विभाग प्रदेश के 12 बैरियर पर जल्द ही ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकॉगनिशन सिस्टम स्थापित करने जा रहा है। इस सिस्टम के माध्यम से प्रदेश में एंटर होनी वाली सभी गाडिय़ों की नंबर प्लेट अपने आप स्कैन होगी। इसके माध्यम से हर गाड़ी का रिकार्ड विभाग के उपलब्ध हो जाएगा। नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई करने में आसानी होगी। इलेक्ट्रिक डिवेलपमेंट कारपोरेशन ने ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकागनिशन सिस्टम स्थापित करने का काम शुरू कर दिया है।