आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को चीन के विद्युत उत्पादकों को 36 हजार करोड़ पाकिस्तानी रुपये (तकरीबन 125 करोड़ डालर) चुकाने हैं। यह जानकारी पाकिस्तानी अखबार डॉन ने दी। पाकिस्तानी अखबार डॉन ने बताया कि चीन की ओर से पूर्व-वाप्डा वितरण कंपनियों (डिस्कास) के उपभोक्तओं से 1.83 पाकिस्तानी रुपये प्रति यूनिट अतिरिक्त वसूलने का अनुरोध किया है।
पाकिस्तान के राष्ट्रीय विद्युत ऊर्जा नियामक प्राधिकरण (नेप्रा) ने डिस्कास के टैरिफ में अतिरिक्त 1.83 पाकिस्तानी रुपये प्रति यूनिट लागत समायोजन की वसूली के लिए केंद्रीय बिजली क्रय एजेंसी (सीपीपीए) के अनुरोध पर एक सार्वजनिक सुनवाई की।
ट्रांसमिशन बाधाओं के कारण सस्ते बिजली संयंत्रों के अप्रयुक्त रहने के कारण अगस्त में खपत की गई बिजली से उपभोक्ताओं पर अनावश्यक बोझ बढ़ गया। विद्युत नियामक प्राधिकरण ने डेटा के मिलान और विश्लेषण के बाद कुछ दिन में फैसला करने की घोषणा की। पावर डिवीजन की सहायक कंपनी और डिस्कास के लिए वाणिज्यिक एजेंट सीपीपीए के प्रतिनिधियों ने बताया कि चीन को तकरीबन 36 हजार करोड़ पाकिस्तानी रुपये देने थे, लेकिन उन्हें आम लोगों और निजी क्षेत्र के उपभोक्ताओं से वसूली योग्य कुल देय और प्राप्तियों की जानकारी नहीं थी।