रूस-यूक्रेन युद्ध को करीब 18 महीने होने को हैं. इस भीषण जंग में आम नागरिक, महिलाएं और बच्चे तक शिकार होने से नहीं बच सके हैं. मिसाइलें और गोला-बारूद ने बुजुर्गों और बच्चों पर भी कहर बरपाया है. यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमिर ज़ेलेंस्की ने इस बीच रूस पर बेहद गंभीर आरोप लगाया है. उन्होंने मंगलवार को कहा कि यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में रूस भोजन और ऊर्जा से लेकर अपहृत बच्चों तक हर चीज को ‘हथियार’ बना रहा है. आक्रोशित जेलेंस्की ने विश्व नेताओं को चेतावनी दी कि उनके साथ भी ऐसा हो सकता है. संयुक्त राष्ट्र महासभा की वार्षिक शीर्ष स्तरीय बैठक में जेलेंस्की जमकर रूस पर बरसे. उन्होंने कहा कि जब नफरत को किसी राष्ट्र के खिलाफ हथियार बनाया जाता है, तो वह वहीं नहीं रुकता है.
जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन के खिलाफ वर्तमान युद्ध का लक्ष्य हमारी जमीन, हमारे लोगों, हमारे जीवन, हमारे संसाधनों को आपके खिलाफ हथियारों में बदलना है. अंतरराष्ट्रीय नियम-आधारित व्यवस्था के खिलाफ. उन्होंने ईंधन और खाद्य आपूर्ति पर युद्ध के प्रभाव की ओर इशारा किया. उन्होंने रूसी आक्रमण के बाद देश से हजारों बच्चों के अपहरण के मुद्दे को भी उठाया. उन्होंने कहा, ‘‘उनका क्या होगा।’’ ज़ेलेंस्की ने कहा कि रूस में उन बच्चों को यूक्रेन से नफरत करना सिखाया जाता है. उनके परिवारों के साथ उनके सभी संबंध टूट गए हैं. यह स्पष्ट रूप से नरसंहार है.
यूक्रेन के इन आरोपों पर मुकदमा चलाए जाने के बाद अंतरराष्ट्रीय अदालत ने मार्च में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और एक अन्य अधिकारी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है. इसमें यूक्रेन द्वारा रूस पर बच्चों के अपहरण का आरोप लगाया गया था. इसके बाद अदालत ने यह निर्देश दिया है. रूसी अधिकारियों ने बच्चों के किसी भी जबरन स्थानांतरण से इनकार किया है और कहा है कि कुछ यूक्रेनी बच्चे ‘देखभाल केंद्र’ में हैं. अब रूस को शनिवार को महासभा को संबोधित करने का मौका मिलेगा. उस दिन रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के मंच पर आने की उम्मीद है। जेलेंस्की के भाषण के दौरान संयुक्त राष्ट्र के उप राजदूत