लंबे समय के बाद मीडिया के समक्ष आकर मंडी सदर से भाजपा के विधायक अनिल शर्मा के पुत्र आश्रय शर्मा ने खुद को निर्दलीय बताकर अब एक और राजैनतिक हलचल पैदा कर दी है. आश्रय शर्मा ने कहा कि वो आजकल निर्दलीय हैं और जनता व सरकार के बीच में एक कड़ी का काम कर रहे हैं. जनता के बीच जाकर उनका दुख दर्द जानकर सरकार के माध्यम से उनका समाधान करवाने का प्रयास कर रहा हूं. आश्रय ने कहा कि पूर्व में वे कांग्रेस के महासचिव थे, लेकिन जब से वे भाजपा में आए हैं, तब से उन्हें संगठन में कोई दायित्व नहीं है, जिसके चलते वे निर्दलीय हैं.
आगामी लोकसभा चुनाव लड़ना है या नहीं इस पर अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी. वे अपने परिवार के जनसेवा के कार्य को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं. आश्रय शर्मा 2019 में कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा का चुनाव लड़ चुके हैं.
आश्रय शर्मा ने मंडी की सांसद प्रतिभा सिंह पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोगों ने मंडी को राजनैतिक टूरिस्ट प्लेस बनाकर रखा हुआ है. आपदा के दौरान यहां के लोगों के साथ सिर्फ फोटो खिंचवाए और वीडियो बनवाकर वापिस चले गए, लेकिन यहां के लोगों की आवाज को सही ढंग से केंद्र सरकार के समक्ष रखने में पूरी तरह से नाकाम हुए.
आश्रय शर्मा ने कहा कि प्रदेश के 5-5 साल बात सत्ता परिवर्तन की जो प्रथा चली हुई है, उससे प्रदेश के विकास को गहरा आघात पहुंच रहा है. यही कारण है कि प्रदेश आगे नहीं बढ़ पा रहा. क्योंकि सत्ता परिवर्तन के साथ ही प्रदेश में विकास का परिवर्तन भी हो जाता है, इसलिए प्रदेश में एक ऐसी समिति का गठन किया जाए, जिसमें दोनों दलों के लोग हो और आगामी 25 वर्षों की कार्ययोजना तैयार करके उसपर कार्य किया जाए. बता दें कि आश्रय शर्मा इससे पहले, कांग्रेस में थे और 2019 में लोकसभा लड़े थे. लेकिन बाद में उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी थी और वह भाजपा में शामिल हो गए थे. लेकिन अब वह खुद को निर्दलीय बता रहे हैं